पटना

पटना: कोरोना संक्रमण से निपटने को लेकर सीएम की हाइलेबल मीटिंग


18 तक स्कूल-कॉलेज और कोचिंग रहेंगे बंद

अभी लॉकडाउन और नाइट कर्फ़्यू नहीं, सार्वजनिक स्थलों पर धार्मिक आयोजन पर रोक, सात बजे तक ही खुली रहेंगी दुकानें प्रवेश की क्षमता तय, सरकारी कार्यालयों में कर्मचारी की 33 प्रतिशत उपस्थिति, राज्यपाल के स्तर पर सर्वदलीय बैठक : नीतीश

(आज समाचार सेवा)

पटना। कोरोना संक्रमण से निबटने के उपायों को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हाइ लेबल मीटिंग की। मीटिंग के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी स्कूल, कालेज और कोचिंग संस्थान १८ अप्रैल तक बंद रहेंगे। पहले ११ अप्रैल तक बंद रखने का निर्णय हुआ था। सार्वजनिक स्थलों पर किसी भी प्रकार का सार्वजनिक समारोह नहीं होगा। बाजार और प्रतिष्ठान शाम सात बजे तक ही खुले रहेंगे। ११ अप्रैल से १४ अप्रैल के बीच टीकाकरण को लेकर विशेष अभियान चलायेगा। इस दौरान चार लाख से अधिक लोगों के टीकाकरण का लक्ष्य है।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पत्रकारों को बताया कि कल की प्रधानमंत्री के साथ बैठक में राज्यपाल के स्तर पर सर्वदलीय बैठक कराने का निर्णय हुआ था। हमलोगों ने बैठक की तिथि निर्धारित करने के लिए राज्यपाल से बात की है। उन्होंने बैठक के लिए रजामंदी दी है। संभव है कि अगले कुछ दिनों में सर्वदलीय बैठक हो जाये।

उन्होंने कहा कि सरकारी कार्यालयों में उप सचिव से उपर के अधिकारी प्रत्येक दिन कार्यालय आयेंगे, वहीं उससे नीचे के कर्मचारी रोटेशन वाइज ३५ प्रतिशत ही कार्यालय में काम करेंगे। सार्वजनिक परिवहन में क्षमता से आधी सीट पर ही यात्री सफर करेंगे। पार्क एवं उद्यान में कोरोना गाइड लाइन के अनुरूप ही लोगों को प्रवेश की अनुमति दी जायेगी। जो परीक्षायें पूर्व से निर्धारित है वह कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए आयोजित होंगे।

उन्होंने बताया कि दुकान व प्रतिष्ठान में मास्क, सोशल डिस्अेंसिंग व सेनेटाइजर का प्रयोग अनिवार्य रहेगा। काउंटर पर सेनेटाइजर रखना अनिवार्य होगा। रेस्टरां, ढावा व होटलों में कुल बैठने की क्षमता के २५ प्रतिशत लोग ही मौजूद रहेंगे। धार्मिक स्थल में आमजनों का प्रवेश निषिद्ध रहेगा। अंतिम संस्कार के लिए ५० तथा २०० लोगों के ही एक जगह पर इकठ्ठा होने की अनुमति रहेगी। कोरोना संक्रमितों के इलाज के लिए अनुमंडल स्तर पर कोरंटाइन सेंटर रहेगा तथा जो निगेटिव पाये जायेंगे उन्हें  कुछ दिन तक अपने घरों में रहन को कहा जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि वैक्सीनेशन और टेस्टिंग को निरंतर चलाना है। लोगों को हर तरह से सजग रखना है। क्या-क्या करना है उसे लोगों को बताया जा रहा है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र से आने वाले लोगों की स्टेशन पर ही कोरोना टेस्ट कराया जा रहा है। एक ही दिन में १७ यात्री पॉजीटिव पाये गये हैं। जो पॉजीटिव हैं उन्हें कोरोनटाइन किया गया है शेष अन्य को सरकार अपने खर्च पर उनके घरों को इस हिदायत के साथ भेजा गया है कि वे कुछ दिन तक अपने घरों में सावधानी बरतते हुए अपने घरों में रहेंगे। सरकार ने आइसोलेशन और इलाज का पुख्ता प्रबंध किया है।

उन्होंने लोगों से अपील की है कि बाहर ज्यादा नहीं घुमें। अधिकतम टेस्टिंग की व्यवस्था की गयी है। ११ अक्तूबर से १४ अप्रैल तक विशेष टीकाकरण अभियान चलाने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने माना कि कोरोना संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ रही है। इससे घबराने की जरूरत नहीं है। सभी की टेस्टिंग और टीकाकरण होगा। चार दिन में चा लाख लोगो का टीकाकरण करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। टीकाकरण के बाद लोग ज्यादा सुरक्षित रहेंगे। टीकाकरण के बाद भी अगर पॉजीटिव होते हैं तो इसमें घबराने की जरूरत नहीं है। टीकाकरण बेहद जरूरी है।

बैठक और प्रेस कांफ्रेंस में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के अलावा स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, विकास आयुक्त आमिर सुबहानी, डीजीपी एसके सिंघल, प्रधान सचिव स्वास्थ्य प्रत्यय अमृत, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार समेत कई अन्य मौजूद थे।