पटना

पटना: कौशल विकास योजना में गड़बड़ी


सदन की कमेटी करेगी जांच : स्पीकर

(आज समाचार सेवा)

पटना। श्रम संसाधन विभाग से संचालित कौशल विकास योजना के कार्यान्वयन एवं आउटसोर्सिंग कंपनी को नियम बगैर काम के ही विरुद्ध साढ़े २४ लाख भुगतान करने के मामले की जांच सदन की कमेटी करेगी। विधानसभाध्यक्ष विजय कुंमार सिन्हा ने कुमार शैलेंद्र के प्रश्न के जवाब के क्रम में की।

श्रम संसाधन मंत्री आलोक रंजन ने कुमार शैलेंद्र के प्रश्न का उत्तर देते हुए कहा था कि महाराष्ट्र की कंपनी एमकेसीएल के साथ युवाओं को कौशल प्रशिक्षण देने के लिए वर्ष २०१७ में एकरारनामा किया गया था। शर्त के अनुसार प्लेसमेंट से संबंधित पोर्टल को उसने अधिष्ठापित नहीं किया। जबकि उक्त कंपनी को २४.५९ लाख का भुगतान कर दिया गया। अधिक पेमेंट की गयी राशि को वापस ले लिया जायेगा। सरकार के इस निर्णय से उक्त कंपनी को अवगत करा दिया है।

इस मामले में जो भी दोषी होंगे उनके खिलाफ कठोरतम कार्रवाई की जायेगी। ललित कुमार यादव के प्रश्न के जवाब में स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने बताया कि स्थायी प्रोफेसर उपलब्ध नहीं रहने के कारण संविदा पर नियुक्त प्रोफेसर को संविदा पर विभागाध्यक्ष के रुप में नियुक्त किया गया है। डा मुकेश रौशन के तारांकित प्रश्न के उत्तर के क्रम में  नेता प्रतिपक्ष ने पूरक प्रश्न पूछते हुए कहा कि मुख्यमंत्री की घोषणा का कार्यान्वयन नहीं होगा तो किसकी घोषणा का कार्यान्वयन होगा।

दरअसल डा मुकेश रौशन ने पुनपुन  नदी के तट पर बने शहीद रामगोविंद सिंह पार्क के सौंदर्यीकरण को लेकर पूछा था। मंत्री ने अपने जवाब में बताया कि अगले वित्तीय वर्ष में इसे पूर्ण करा दिया जायेगा। डा मुकेश रौशन के जवाब में स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा लोक नायक जयप्रकाश नारायण अस्पताल राजवंशी नगर पटना के स्पाइन इंजरी सेंटर के निर्माण का निर्णय लिया गया है।

उन्होंने बताया कि राज्य के चिकित्सा महाविद्यालयों में अलग से यूनिट, सेंटर नहीं है, किंतु हड्ïडी रो गविभाग में स्लिप डिस्क एवं स्पाइन सर्जरी संबंधिी इलाज होता है। मरीजों को इन बिमारियों के इलाज के लिए राज्य के बाह जाने की आवश्यकता नहीं है। माले के मनोज मंजिल के सवाल का जवाब देते हुए मंत्री ने बताया कि सदर अस्पताल आरा में दो ऑपरेशन थेयेटर कार्यरत है। इसमें ओटी लैंप और इमरजेंसी लैंप उपलब्ध है। इसीजी की सुविधा भी उपलब्ध है।

श्री मनोज ने मंत्री के उत्तर की चुनौती देते हुए कहा है कि इसकी जांच कराईये। हमारे पास वहां की स्थिति का फोटो है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि मंत्री जी फोटो को नहीं मानियेगा तो मंजिल जी आप वीडियोग्राफी करा कर मंत्री जी को दिखा दीजिए।