पटना

पटना: गोल्डन कार्ड धारकों के इलाज में आनाकानी करने वाले निजी अस्पताल के खिलाफ होगी काररवाई


पटना (आससे)। विप सदस्य रजनीश कुमार द्वारा सूबे में केन्द्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना आयुष्मान भारत योजना के सफल क्रियान्वन के लिए उठाए गए सवाल के जबाव में स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि कोरोना के पहले शिविर लगाकर आयुष्मान भारत योजना के तहत गोल्डन स्वास्थ्य कार्ड बनाया जा रहा था। अधिक से अधिक लोगो को यह कार्ड दिया जाए इसके लिए सरकार द्वारा 17 फरवरी से 3 मार्च तक सूबे के विभिन्न पंचायतों में शिविर लगाकर करीब 9 लाख नये कार्ड बनाए गए है।

इस योजना के पात्र लाभार्थी राज्य के करीब 8 हजार निकटतम वसुधा केन्द्र अथवा ईलाज के दौरान प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के अंतर्गत 838 सूचीबद्घ अस्पताल में कभी भी आयुष्मान कार्ड बनवा सकते हैं। 1 मार्च से यह कार्ड निर्माण नि:शुल्क किया जा रहा है। यह अभियान अभी जारी है।

इसमें गति प्रदान करने के लिए आयुष्मान भारत काउंसिलिंग डेस्क की स्थापना प्रत्येक सरकारी चिकित्सा महाविद्यालय एवं जिले के सदर अस्पताल में जहां आयुष्मान कार्ड बनाये जा सकेंगे संबंधी निर्णय कार्यकारिणी समिति बिहार स्वास्थ्य सुरक्षा समिति द्वारा लिया गया है।

स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि इस योजना के तहत जो भी अस्पताल सूचीबद्ध हैं और मरीजों को ईलाज में कोताही बरत रहे हैं उन प्राइवेट अस्पतालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी तथा उनकी मान्यता रद्द भी की जाएगी।