पटना (निप्र)। भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर चलते हुए नीतीश सरकार लगातार भ्रष्ट लोक सेवकों के ऊपर कार्रवाई कर रही है। आर्थिक अपराध इकाई ने एक भ्रष्ट थानेदार के ऊपर शिकंजा कसा है। बालू के अवैध खनन के साथ-साथ अन्य गैरकानूनी काम में शामिल थानेदार के खिलाफ एक्शन लिया गया है। भोजपुर जिले के अजीमाबाद में थानाध्यक्ष रह चुके कृपा शंकर साह के ठिकानों पर आर्थिक अपराध इकाई ने छापेमारी की है। अवैध बालू खनन के साथ-साथ अन्य तरह के आरोपों से घिरे अजीमाबाद के तत्कालीन थानाध्यक्ष कृपाशंकर शाह के बेगूसराय और पटना स्थित ठिकानों पर छापेमारी की है।
आर्थिक अपराध इकाई ने एक भ्रष्ट थानेदार और तत्कालीन अंचलाधिकारी के ऊपर शिकंजा कसा है। बालू के अवैध खनन के साथ-साथ अन्य गैरकानूनी काम में शामिल थानेदार और अंचलाधिकारी के खिलाफ एक्शन लिया गया है। भोजपुर जिले के अजीमाबाद में थानाध्यक्ष रह चुके कृपा शंकर साह के बेगुसराय स्थित पैतृक आवास व रामकृष्णानगर पटना स्थित ठिकानों पर आर्थिक अपराध इकाई ने छापेमारी की है। अवैध बालू खनन के साथ-साथ अन्य तरह के आरोपों से घिरे अजीमाबाद के तत्कालीन थानाध्यक्ष कृपाशंकर शाह के बेगूसराय और पटना स्थित ठिकानों पर छापेमारी की है।
इस बाबत अपर पुलिस महानिदेशक नैयर हसनैन खांन ने बताया कि अर्वैध बालू उत्खनन एवं गैर कानूनी व्यापार के संबंध में आर्थिक अपराध इकाई पटना की विशेष टीम द्वारा अवैध बालू उत्खनन की कार्यशैली, सदिग्धो, बिचौलियो एवं राज्य तथा जिला स्तरीय, पदाधिकारियो, कर्मियो की भूमिका का सत्यापन एवं सूचना संकलन किया जा रहा था। इसी क्रम में कृपा शंकर साह तत्कालिन थानाध्यक्ष अजीमाबाद जिला भोजपुर के इस गैर कानूनी धंधे मे संदिग्ध भूमिका सामने आयी एवं उनके द्वारा आय से अधिक सम्पति अर्जित किये जाने के संबंध मे सूचना प्राप्त हुई।
एडीजी ने बताया कि सत्यापन के दौरान श्री साह द्वारा आय से अधिक वैध स्त्रोतो से अधिक सम्पति अर्जित किये जाने के तथ्य की पुष्टिï होने पर उनके विरूद्ध आर्थिक अपराध इकाई थाना मे कांड संख्या १८-२०२२ दर्ज किया गया। श्री साह वर्ष २००९ बैच के बिहार पुलिस मे अवर निरीक्षक के पद पर सीधे नियुक्त हुए थे। पुलिस अवर निरीक्षक के पद पर रोहतास,पटना एवं भोजपुर जिले मे पदस्थापित थे। इनके द्वारा पटना जिला के मनेर थाना अन्तर्गत अपनी पत्नी के नाम पर चार कट्ठा जमीन करीब १० लाख मे क्रय किया तथा रामकृष्णानगर में करीब १९ लाख मे पन्द्रह धुर आवासीय जमीन अपनी पत्नी के नाम पर खरीद कर आलिशान तीन तल्ला मकान बनवाये है। इनके द्वारा कई बीमा म्यूचअल फण्ड एवं अन्य वित्तिय संस्थानो मे निवेश किये जाने के साक्ष्य मिले है। अचल सम्पति सृजन मे इनके द्वारा ७०.१५ लाख रूपये व्यय किया गया है।
एडीजी ने बताया कि इनकी चल सम्पति लगभग ४२०९४३९ रूपये मूल्य कर है। श्री खान ने बताया कि कृपा शंकर की कुल अनुमानित आय १०३७५८८४ रूपये पाई गई है। इनकी सम्पतियो एवं अन्य व्यय के आधार पर इनकी आय से अधिक सम्पति ५६१८०८७ रूपये पायी गयी है जो आय के ज्ञात स्त्रोत से ५४.१४ प्रतिशत अधिक है। इससे प्रतीत होता है कि अपने सेवा काल मे इन्होने अपने पद का दुरूपयोग कर ज्ञात वैध स्रोत से काफी धनार्जन किये है। एडीजी ने बताया कि तलाशी श्री साह के ठीकानो से निवेश से संबंधित महत्वपूर्ण कागजात एवं दास्तावेज मिले है। इनके संबंध में विश्लेषण कर अग्रतर अनुसंधान की कारवाई की जाएगी ।
इसी प्रकार तत्कालिन अंचलाधिकारी बारूण वसंत कुमार राय के इस गैर कानूनी धंधे के संदिग्ध भूमिका की बात प्रकाश मे आयी एवं उनके द्वारा आय से अधिक सम्पति अर्जित किये जाने के संबंध में सूचना प्राप्त हुई। श्री खांन ने बताया की सत्यापन के क्रम मे आय से अधिक सम्पति अर्जित किये जाने के तथ्य की पुष्टि होने के पर उनके विरूद्ध अप्रत्यानुपातिक धनार्जन के आरोप मे आर्थिक अपराध थाना कांड संख्या १७-२०२२ के तहत मामला दर्ज कर अनुसंधान प्रारंभ कि या गया।
श्री राय द्वारा अपने पद का दुरूपयोग करते हुए स्वंय तथा अपनी पत्नी के नाम पर अकूल सम्पति अर्जित किया है। जो इनके वैध आय के स्त्रोत से काफी अधिक है। श्री राय पटना के दीघा मे अपनी पत्नी के नाम पर साढे चार डीसमील जमीन ३५६२००० रूपये में वर्ष २०२० के दिसम्बर मे खरीदा था। जिस पर चार मंजिला मकान निर्माणाधीन है। इनके द्वारा कई बीमा एवं अन्य वित्तिय संस्थानो मे निवेश किये जाने के साक्ष्य मिले है। अचल सम्पति सृजन मे इनके द्वारा ६०.६२लाख रूपये व्यय किया गया है। इनकी चल सम्पति लगभग २१.८७.८८३ रूपये मूल्य की पायी गयी है।
श्री राय की कुल अनुमानित आय ४७.३७.५७८ रूपये पायी गयी है। इनकी परिसम्पतियो एवं ज्ञात वैध स्रोत से ११९.८ प्रतिशत अधिक है। इससे प्रतीत होता है कि इन्होने अपने सेवा काल में अपने पद का दुरूपयोग कर आय से अधिक धन अर्जित किया है। एडीजी ने बताया कि तलाशी मे श्री राय के ठिकानो से निवेश से संबंधित महत्वपूर्ण कागजात एव दास्तावेज मिले है। इनकें संबंध मे विश्लेषण कर अग्रतर कारवाई की जायेगी।