पटना

पटना: प्रधानाध्यापकों के चखने के बाद ही बच्चों को परोसे जायेंगे मध्याह्न भोजन


70,333 प्राइमरी-मिडिल स्कूलों में संधारित होगी चखना पंजी

      • मिड डे मील की गुणवत्ता को लेकर शिक्षा विभाग का निर्देश
      • शिक्षा समिति के अध्यक्ष व सचिव को भी चखाया जायेगा मिड डे मील

(आज शिक्षा प्रतिनिधि)

पटना। राज्य के सरकारी प्राइमरी-मिडिल स्कूलों में मध्याह्न भोजन पकने के बाद पहले उसे प्रधानाध्यापक एवं पकाने वाले रसोइये चखेंगे। प्रधानाध्यापक एवं रसोइये के चखने के आधे घंटे बाद उसे बच्चों को परोसे जायेंगे। विद्यालय शिक्षा समिति के अध्यक्ष एवं सचिव सहित सदस्यों एवं अभिभावकों को भी बच्चों को परोसा जाने वाला मध्याह्न भोजन चखाया जायेगा। इस बाबत शिक्षा विभाग के विशेष सचिव सतीश चन्द्र झा, जो प्रधानमंत्री पोषण के निदेशक भी हैं,  द्वारा सभी जिलों के जिला कार्यक्रम पदाधिकारियों (पीएम पोषण योजना) को दिये गये हैं।

यह निर्देश मध्याह्न भोजन की गुणवत्ता सुनिश्चित करने एवं अप्रिय घटना से बचने के लिए दिया गया है। निर्देश के मुताबिक मध्याह्न भोजन तैयार होने के पश्चात सर्वप्रथम स्कूल के प्रधानाध्यापक- प्रभारी प्रधानाध्यापक एवं रसोइया-सह-सहायक के द्वारा उसे चखा जायेगा। चखने के बाद उनके द्वारा मध्याह्न भोजन की की गुणवत्ता एवं स्वाद के संबंध में पंजी टिप्पणी अंकित की जायेगी। निर्देश के मुताबिक क्रमवार के आधार पर स्कूल की शिक्षा समिति के अध्यक्ष एवं सचिव सहित सदस्यों एवं अभिभावकों द्वारा भी मध्याह्न भोजन को चखा जायेगा तथा उनके द्वारा भी पंजी में भोजन की की गुणवत्ता एवं स्वाद को लेकर टिप्पणी अंकित की जायेगी।

निर्देश में हिदायत दी गयी है कि प्रधानाध्यापक- प्रभारी प्रधानाध्यापक एवं रसोइया-सह-सहायक के द्वारा चखने के आधे घंटे बाद ही बच्चों के बीच भोजन वितरित किया जायेगा। स्कूल में संघारित गुणवत्ता-सह-निरीक्षण पंजी यानी चखना पंजी में प्रतिदिन चखने वाले व्यक्ति का नाम एवं भोजन की गुणवत्ता संबंधी टिप्पणी अनिवार्य होगी। शिक्षा विभाग या दूसरे विभागों के अफसर स्कूल के इंस्पेक्शन पर जायेंगे, तो उन्हें भी भोजन चखने का आग्रह किया जायेगा। उनसे भी गुणवत्ता संबंधी टिप्पणी चखना पंजी में अंकित करने का आग्रह किया जायेगा।

आपको बता दूं कि राज्य के 70,333 प्राइमरी-मिडिल स्कूलों में 1ली से 8वीं कक्षा के 1.19 करोड़ बच्चों को मध्याह्न भोजन परोसा जाता है। इसके लिए 2.17 लाख रसोइये हैं। स्कूलों में बच्चों को दोपहर के भोजन मेनू के हिसाब से ही परोसे जायेंगे। इसके तहत सोमवार को चावल, मिश्रित दाल और हरी सब्जी, मंगलवार को जीरा चावल और सोयाबीन व आलू की सब्जी, बुधवार को हरी सब्जीयुक्त खिचड़ी, चोखा व मौसमी फल, वृहस्पतिवार को चावल, मिश्रित दाल और हरी सब्जी, शुक्रवार को पुलाव, काबुली या लाल चना का छोला, हरा सलाद, अंडा-मौसमी फल तथा हरी सब्जीयुक्त खिचड़ी, चोखा व मौसमी फल के स्वाद बच्चे लेंगे।