पटना

पटना: बीत गयी गर्मी की छुट्टी नहीं बने पढ़ाई के हालात


यूनिवर्सिटी-कॉलेजों को भी अभी और करना होगा इंतजार

(आज शिक्षा प्रतिनिधि)

पटना। राज्य के विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों में गर्मी की छुट्टी की अवधि बीत गयी, लेकिन पढ़ाई के लिए उसके खुलने के आसार अभी भी नहीं दिख रहे हैं। राज्य के विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों में पहले एक जून से 30 जून तक गर्मी की छुट्टी घोषित थी। लेकिन, कोरोना की दूसरी लहर की भयावहता को देखते हुए राज्य सरकार द्वारा गत पांच अप्रैल से विद्यालय, महाविद्यालय एवं विश्वविद्यालय सहित सभी शिक्षण बंद कर दिये गये। बावजूद, स्थिति सुधरने के बदले बिगड़ती ही चली गयी, तो पांच मई से 15 मई तक के लिए लॉकडाउन लागू किया गया। इसकी अवधि फिर 16 मई से 25 मई, 26 मई से 31 मई और उसके बाद एक जून से आठ जून तक बढ़ायी गयी है।

तो, पांच मई से लॉकडाउन लागू होने के पहले गत पांच अप्रैल से ही विद्यालय, महाविद्यालय एवं विश्वविद्यालय सहित तमाम शिक्षण संस्थान बंद हो गये। इसके मद्देनजर राज्यपाल, जो राज्य के विश्वविद्यालयों के कुलाधिपति भी हैं, ने विश्वविद्यालयों- महाविद्यालयों  में एक जून से 30 जून के बदले उसके पहले एक मई से 31 मई तक गर्मी की छुट्टी देने का फैसला किया। उसके बाद विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों के लिए एक मई से 31 मई तक गर्मी की छुट्टी के आदेश जारी कर दिये गये। ऐसा कोरोना महामारी को ध्यान में रखते हुए किया गया, ताकि अगर 31 मई तक स्थिति सामान्य हो जाये, तो एक जून से विश्वविद्यालयों-महाविद्यालयों में पढ़ाई-परीक्षा पर असर नहीं पड़े।

पर, 31 मई तक तय गर्मी की छुट्टी की अवधि पूरी होने के बावजूद स्थिति पूरी तरह सामान्य नहीं हुई है। लॉकडाउन के दिन अभी बाकी हैं तथा विद्यालय, महाविद्यालय एवं विश्वविद्यालय सहित शिक्षण संस्थानों को पढ़ाई और परीक्षा के लिए खोलने जैसे हालात नहीं बने हैं।

आपको बता दूं कि राज्य में तेरह पारंपरिक विश्वविद्यालय हैं। इनके अधीन तकरीबन 260 अंगीभूत एवं 222 सम्बद्ध महाविद्यालय हैं। पारंपरिक विश्वविद्यालयों में पटना विश्वविद्यालय, पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय, मगध विश्वविद्यालय, वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय, जयप्रकाश विश्वविद्यालय, बी.आर.ए. बिहार विश्वविद्यालय, ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय, बी.एन. मंडल विश्वविद्यालय, पूर्णिया विश्वविद्यालय, तिलका मांझी भागलपुर विश्वविद्यालय, मुंगेर विश्वविद्यालय एवं मौलाना मजहरुल हक अरबी-फारसी विश्वविद्यालय शामिल है।