फर्जी ज्वाइनिंग लेटर से योगदान देने आये लोगों से हुआ खुलासा
(आज समाचार सेवा)
पटना। महिला एवं बाल विकास निगम में फर्जी ज्वॉइनिंग लेटर के माध्यम से नौकरी के नाम पर धोखाधड़ी किए जाने का मामला शुक्रवार को प्रकाश में आया है। इस फर्जीवाड़े का खुलासा तब हुआ, जब गया और नवादा के रहने वाले एक लडक़ी और एक लडक़ा फर्जी ज्वाइनिंग लेटर लेकर अपना योगदान देने निगम पहुंचे। फर्जी पत्र में निगम का पुराना पता अंकित था। निगम के पदाधिकारियों ने मामले की जांच की, तो पाया कि पत्र फर्जी है। मामले में संज्ञान लेते हुए महिला एवं बाल विकास निगम के परियोजना निदेशक द्वारा सचिवालय थाने से जांचोपरांत विधिसम्मत करवाई करने को कहा गया है।
इस बारे में बताते हुए महिला एवं बाल विकास निगम के परियोजना निदेशक ने कहा कि शुक्रवार को दो लोग नियुक्ति पत्र के माध्यम से अपना योगदान देने आये थे। नियुक्ति पत्र जाली थे। निगम के द्वारा न तो इस प्रकार के किसी पद पर नियुक्ति के लिए विज्ञापन प्रकाशित किया गया है, न ही निगम में कोई ऐसी बहाली हुई है। यह एक अत्यंत ही संगीन मामला है, जिसके द्वारा महिला एवं बाल विकास निगम की छवि को धूमिल करने का प्रयास किया जा रहा है।
ऐसा प्रतीत होता है कि कोई रैकेट इस तरह का कार्य कर रहा है। संभवत: कुछ अज्ञात व्यक्ति, निगम में नियुक्ति के नाम पर लोगों से पैसे ठग रहे हैं और धोखघड़ी कर रहे हैं। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि इस प्रकार के किसी भी व्यक्ति एवं संस्था के दावे से दूर रहें। निगम में किसी भी पद के नियुक्ति की एक निर्धारित प्रक्रिया है। इसके बारे में अख़बारों में सूचना जाती है या महिला एवं बाल विकास निगम की वेबसाइट पर प्रकशित किया जाता है।
सात दिन पहले भी एक महिला और एक व्यक्ति एक संस्था का ऑफर लेटर लेकर निगम में योगदान देने पहुंचे थे। उन्होंने दावा किया था कि उक्त संस्था ने उन्हें, पैसे लेकर महिला एवं बाल विकास निगम में कंप्यूटर ऑपरेटर के पद पर प्रतिनियुक्त किया है।