पटना

पटना: मुंगेर विश्वविद्यालय के 17 कॉलेजों में बनेगा डिजिटल पोडियम


लखीसराय, झाझा एवं खगडिय़ा में कॉलेज की भूमि पर अवैध कब्जा 

(आज शिक्षा प्रतिनिधि)

पटना। लखीसराय, झाझा एवं खगडिय़ा के अंगीभूत कॉलेजों की भूमि पर अतिक्रमणकारियों ने अवैध कब्जा  जमा रखा है।

यह मामला शिक्षा विभाग द्वारा बुधवार को बुलायी गयी मुंगेर विश्वविद्यालय की समीक्षा बैठक में उठा। यह बैठक विभाग के डॉ. मदन मोहन झा स्मृति सभागार में हुई। इसकी अध्यक्षता विभाग के सचिव असंगबा चुबा आओ ने की। इसमें विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आर. के. वर्मा व अन्य उच्चाधिकारियों के साथ ही उच्च शिक्षा निदेशक डॉ. रेखा कुमारी, उपनिदेशक अजीत कुमार, डॉ. दीपक कुमार सिंह, शाश्वतानंद झा, विनय कुमार एवं प्रदीप कुमार सहित सभी संबंधित अधिकारी शामिल थे।

विश्वविद्यालय ने लखीसराय के के. एस. कॉलेज, झाझा के डी. सी. एम. कॉलेज एवं खगडिय़ा के महिला कॉलेज के भूमि अतिक्रमण की समस्या की ओर ध्यान आकृष्टï किया। इस मामले में शिक्षा विभाग काररवाई करेगा। विश्वविद्यालय के लिए आवश्यक भूमि अर्जन के अभिलेख तैयार हो गये हैं। इसे विश्वविद्यालय जल्द शिक्षा विभाग को उपलब्ध करायेगा।

विश्वविद्यालय अपने 17 अंगीभूत कॉलेजों में डिजिटल पोडियम (स्मार्ट क्लास) बनाना चाहता है। इसके साथ ही मुंगेर के आर. डी. एंड डी. जे. कॉलेज के परिसर में देशरत्न डॉ. राजेंद्र प्रसाद के सम्मान में एक मुक्ताकाश मंच बनाने की भी विश्वविद्यालय की योजना है। विश्वविद्यालय ने शिक्षा विभाग से कहा है कि उसके शिक्षक-कर्मियों के लिए भी क्वाटर बनवाया जाय। इन कार्यों के लिए विश्वविद्यालय को भूमि चिन्हित कर प्राक्कलन के साथ  प्रस्ताव भेजने के लिए शिक्षा विभाग ने कहा है।

कुलपति प्रो. वर्मा ने शिक्षा विभाग को आश्वस्त किया है कि ‘एकलव्य’ व ‘तरंग’ जैसे खेल एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए विश्वविद्यालय को दी गयी राशि का उपयोगिता प्रमाण पत्र जल्द उपलब्ध करा दिया जायेगा। दरअसल, उपयोगिता प्रमाण पत्र लंबित रहने पर शिक्षा विभाग ने विश्वविद्यालय का ध्यान आकृष्ट कराया।

विश्वविद्यालय द्वारा कम-से-कम एक ऑडिटर उपलब्ध कराने की जतायी गयी आवश्यकता के जवाब शिक्षा सचिव ने इससे संबंधित स्मार-पत्र वित्त विभाग को भेजने का निर्देश दिया है। विश्वविद्यालय को बताया गया कि शिक्षा विभाग द्वारा सम्बद्ध कॉलेजों से संबंधित एक डाटाबेस बनाया जा रहा है, जिसके लिए कॉलेजवार प्रधानाचार्य का नाम, उनका मोबाइल नम्बर एवं ई-मेल आईडी एक सप्ताह में उपलब्ध करायें।