पटना

पटना में गंगा लाल निशान से 12 सेमी ऊपर


पटना (आससे)। लगातार बारिश के कारण कोसी, सीमांचल और पूर्वी बिहार में गंगा और कोसी सहित अन्य नदियों का जलस्तर फिर बढऩे लगा है। इससे बाढ़ पीडि़तों की परेशानी बढऩे लगी है। सुपौल जिले में कोसी नदी में घटने के बाद फिर से पानी का डिस्चार्ज बढऩे लगा है। गुरुवार शाम 6 बजे बराज पर एक लाख 91 हजार क्यूसेक पानी का डिस्चार्ज रिकार्ड किया गया। गंगा पटना में लाल निशान से 12 सेमी ऊपर है। हाथीदह में भी तीन सेमी बढक़र 64 और कहलगांव में आठ सेमी बढक़र लाल निशान से 59 सेमी ऊपर चली गई है।

दूसरी नदियों में बूढ़ी गंडक मुजफ्फरपुर में भी गुरुवार को खतरे के निशान से चार सेमी ऊपर चली गई। समस्तीपुर में 75 और रोसड़ा में 150 सेमी ऊपर बह रही है। बागमती मुजफ्फरपुर में 123 और दरभंगा में 146 सेमी ऊपर है। कमला जयनगर में 40 और झंझारपुर में 185 सेमी ऊपर बह रही है। अधवारा सीतामढ़ी में 130 और खिरोई दरभंगा में 115 सेमी ऊपर बह रही है। घाघरा अब भी सीवान में 44 सेमी ऊपर है।

पिछले 10 घंटे में 20 हजार क्यूसेक डिस्चार्ज बढ़ा है। सहरसा जिले में भी कोसी के जलस्तर में हल्की बढ़ोत्तरी हुई है। अभी भी दो दर्जन से अधिक गांव में बाढ़ का पानी जमा है। मधेपुरा के आलमनगर और चौसा प्रखंड के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लोगों की परेशानी फिलहाल कम नहीं हुई है।

कटिहार जिले में गंगा और कोसी नदी के जलस्तर में लगातार वृद्धि जारी है। इस कारण दोनों नदियां खतरे के निशान एक बार फिर एक मीटर ऊपर बह रही हैं। महानंदा नदी के जलस्तर में गिरावट जारी है। जिले के आठ प्रखंडों में बाढ़ की स्थिति यथावत है। नदी के जलस्तर में वृद्धि होने के कारण फिर से एक बार बाढ़ का पानी प्रवेश करने लगा है।

किशनगंज जिले के टेढ़ागाछ, दिघलबैंक में कनकई व रतुआ नदी का कटाव जारी है। बाकी जगह स्थिति सामान्य है। पूर्णिया में नदियों का जलस्तर खतरे के निशान के करीब है। कारी कोसी के जलस्तर में फिर से वृद्धि हो रही है। खगडिय़ा जिले में बागमती नदी के जलस्तर में दूसरे दिन भी कमी जारी रही। वहीं गंगा, बूढ़ी गंडक व कोसी नदी में उफान की स्थिति रही।

गंगा के जलस्तर में 16, बूढ़ी गंडक में 15 और कोसी में दो सेंटीमीटर की वृद्धि दर्ज की गई। गंगा, बूढ़ी गंडक, कोसी व बागमती सहित चारों नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। जिला प्रशासन ने सभी तटबंधों को सुरक्षित बताया है। मुंगेर जिले में गंगा का जलस्तर 24 घंटे तक स्थिर रहने के बाद गुरुवार को फिर से बढऩे लगा है। इस कारण दियारा क्षेत्र में वापस घर लौट चुके बाढ़ पीडि़त परिवार अब फिर से सुरक्षित स्थान पर जाने के लिए पलायन करने लगे हैं।

दियारा तथा तटवर्ती क्षेत्रों में एक बार फिर स्थिति लगातार खराब होती जा रही है। इधर भागलपुर के कहलगांव में भी गंगा का जलस्तर बढ़ रहा है। गुरुवार को गंगा नदी के जलस्तर में छह सेंटीमीटर की वृद्धि दर्ज की गई।