पटना

पटना में मंडरा रहा बाढ़ का खतरा, कई स्थानों पर जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर


पटना। केन्दीय जल आयोग के अनुसार  गंडक, बूढ़ी गंडक, बागमती, अधवारा नदी, महानंदा और कोसी नदी का जलस्तर लगातार घट रहा है। वही, गंगा नदी के जलस्तर में तेजी से वृद्धि हो रही है। गंगा पटना के गांधी घाट में खतरे के निशान से 80 सेंटीमीटर ऊपर है। पटना के दीघा घाट में गंगा नदी का जलस्तर 21 सेंटीमीटर ऊपर है।

पटना के हाथीदह में गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से 68 सेंटीमीटर ऊपर है। पटना के श्रीपालपुर में पुनपुन नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 01 सेंटीमीटर नीचे है। गंडक नदी का जलस्तर डुमरिया घाट में खतरे के निशान से 23 सेंटीमीटर ऊपर है। खगड़िया जिले में कोसी नदी का जलस्तर बलतारा में खतरे के निशान से 112 सेंटीमीटर ऊपर है। दरभंगा जिले एकमीघाट में अधवरा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 01 सेंटीमीटर ऊपर है। मधुबनी जिले में कमला बलान नदी झंझारपुर में खतरे के निशान से 29 सेंटीमीटर नीचे है। कमला बलान नदी का जलस्तर जयनगर में खतरे के निशान से 25 सेंटीमीटर ऊपर है।


गंगा नदी के कहर से  नकटा पंचायत के सभी 14 वार्ड बने टापू

पटना। बिहार की राजधानी पटना में गंगा नदी खतरे के निशान से महज दो इंच नीचे बह रही है। लेकिन दियारा इलाके में बाढ़ जैसे हालात हैं। नीचे के इलाके पूरी तरह से जलमग्न हो गए हैं। गंगा नदी का पानी तेजी से गांवों को घेरने में लगा है। नकटा दियारा क्षेत्र के कई गांव टापू में तब्दील हो गया है। इस बीच लोगों को काफी समस्याओं का सामना भी करना पड़ रहा है।

ये हालात सदर के नकटा दियारा पंचायत के सभी वार्ड की है। जहां गंगा नदी के जलस्तर बढ़ने से सभी 14 वार्ड डूबा चुके हैं। पिछले 8 दिनों से नकटा पंचायत के सभी वार्डों में गंगा का पानी घुस हुआ है। खतरे की निशान से अचानक उपर बहने लगी। इस बात की जानकारी क्षेत्र के मुखिया भागीरथ प्रसाद ने जिलाधिकारी डॉक्टर चंद्रशेखर सिंह को दी।

बता दें कि क्षेत्र में 6 से 8 फीट पानी होने के चलते सभी कार्य नाव के जरिए किया जा रहा है। बच्चों को भूखा ही सोना पड़ रहा है। पंचायत के सभी घर जलमग्न हो चुके हैं। जिसके कारण लोग गंदे पानी में ही जिंदगी काटने को मजबूर हैं। गांव की एक महिला ने बताया कि घर में अनाज तक नहीं है। साथ ही मवेशियों के लिए चारा भी नहीं बचा।


बागमती नदी का जल स्तर बेनीबाद में 16 सेंटीमीटर ऊपर है। दरभंगा जिले के हायाघाट में बागमती नदी का जलस्तर 22 सेंटीमीटर खतरे के निशान से नीचे है। दरभंगा जिले के कमतौल अधवारा नदी का जलस्तर खतरे के निशान 48 सेंटीमीटर नीचे है। कटिहार जिले के कुरसेला में कोसी नदी का जलस्तर 73 सेंटीमीटर ऊपर है। गंगा में लगातार उफान है और इसके कारण राजधानी पटना के गंगा घाटों पर भी गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंचा गया है। राजधानी पटना के प्रमुख गंगा घाटों की स्थिति कुछ इस प्रकार से है। दीघा घाट 50.66 मीटर, गांधी घाट 49.40 मीटर और हाथीदह में 42.44 मीटर है।