पटना

पटना: राज्य में ऑक्सीजन उत्पादन के लिए आठ नए प्लांट स्थापित


उद्योग मंत्री ने कहा, हम जल्द होंगे आत्मनिर्भर

पटना। कोरोना महामारी के बीच ऑक्सीजन के लिए प्रदेश भर में हाहाकार मचा हुआ है। अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी की वजह से रोगी भर्ती नहीं लिए जा रहे हैं। कई अस्पतालों में ऑक्सीजन के अभाव में कोरोना संक्रमितों के जान जाने की भी शिकायतें सामने आ चुकी हैं। ऐसे में उद्योग विभाग ने प्रदेश को ऑक्सीजन के मामले में आत्मनिर्भर बनाने का निर्णय लिया है। इस दिशा में उद्योग मंत्री शहनवाज हुसैन ने कई एजेंसियों को आमंत्रित भी कर रखा है।

उन्होंने बताया कि राज्य भर में पहले कुल 11 ऑक्सीजन प्लांट ही सक्रिय थे। जिसकी वजह से कोरोना महामारी में ऑक्सीजन को लेकर बड़ी समस्या का सामना करना पड़ा। लेकिन अब यह समस्या स्थाई रूप से खत्म होने की ओर है। उन्होंने बताया कि हाल के दिनों में किए गए प्रयासों में 8 नए ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना की गई। इस तरीके से पटना में चार, बेगूसराय में दो, औरंगाबाद में दो, भागलपुर में दो, मुजफ्फरपुर में दो, नालंदा में एक, गया में एक, दरभंगा में एक, पूर्वी चंपारण में एक, पूर्णिया में एक, गोपालगंज में एक, समस्तीपुर में एक ऑक्सीजन प्लांट सक्रिय हो चुके हैं।

उन्होंने बताया कि विभागीय प्रयास के बाद आने वाले दो दिन के भीतर समस्तीपुर में एक अतिरिक्त नया ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना कर दी जाएगी। उन्होंने बताया कि एम्स, पटना महावीर कैंसर संस्थान, बिहटा ईएसआईसी, पारस हॉस्पिटल में एलएमओ संग्रहण के लिए क्रायोजेनिक टैंक भी बनाया गया है। मुख्य रूप से बोकोरो और जमशेदपुर से इन संयंत्रों के लिए लगातार एलएमओ आपूर्ति किया जा रहा है।

उन्होंने बताया कि मौजूदा समय में राज्य को 214 मीट्रिक टन का आवंटन लक्ष्य प्राप्त हुआ है। जिसमें 34 मीट्रिक टन का एयर सेपरेशन यूनिट से प्राप्त करने का निर्देश है। यह सभी राज्य के अंतर्गत संचालित इकाईयां हैं। बाकी के 180 मीट्रिक टन में बोकारो, जमशेदपुर आदि जिलों से आवंटित हुआ है। उन्होंने बताया कि 15 अप्रैल को एलएमओ आपूर्ति जहां केवल 16 टन तक सिमटी थी, वह अब 160 मीट्रिक टन एमएलओ की आपूर्ति सुनिश्चित कराई जा रही है।

उन्होंने बताया कि इसके अतिरिक्त चार आईओसीएल से टैंकर प्राप्त किए जाने हैं। उन्होंने जानकारी दी कि कंफेड के छह नाईट्रोजन टैंकरों को परिवहन कार्य में लगाया जा चुका है। आज की तिथि में राज्य में करीब 194 टन एलएमओ की आपूर्ति की जा रही है।