पटना

पटना: सीएम ने की इलेक्ट्रिक बसों के परिचालन का शुभारंभ


      • ट्रेंड ड्राइवर रहेंगे तो दुर्घटनाओं में होगी कमी
      • बिहटा में इंस्पेक्शन और सर्टिफिकेशन सेंटर जल्द : नीतीश

(आज समाचार सेवा)

पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को ईलेक्ट्रिक चालित बसों के परिचालन का शुभारंभ किया। बस के परिचालन शुरू होने के बाद वे बस से ही विधानसभा पहुंचे। उन्होंने कहा कि ट्रेंड ड्राइवर गारड़ी चलायेंगे तो दुर्घटनाओं में कमी आयेगी। दुर्घटनाओं को नियंत्रित करने के लिए परिवहन विभाग लगातार काम कर रहा है। राष्ट्रीय स्तर पर इसके लिए निर्णय लिया गया है। हमलोगों ने इसके लिए कमेटी बनायी है और उसके आधार पर कार्य किये जा रहे हैं। इलेक्ट्रिक व्हीकल्स के आने के बाद लोगों का खर्च घटेगा, इससे दुर्घटनाएं भी कम होगी और पर्यावरण भी सुरक्षित रहेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में आज इलेक्ट्रिक बसों के परिचालन की शुरुआत हुई है। पर्यावरण के संरक्षण के लिए यह बहुत अच्छी बात है। २५ बसें आनी है, जिसमें १२ बसें आ चुकी है और शेष बसें इसी माह में आ जायेगी। वर्ष २०१९ में इलेक्ट्रिक कार के आने के समय से ही हम इसका उपयोग करते आ रहे हैं। कई मंत्री और अधिकारी इलेक्ट्रिक कार का उपयोग कर रहे हैं। शुरूआत में जब हम इलेक्ट्रिक कार से निकलते थे तो उत्सुकतापूर्वक लोग देखते थे।

उन्होंने कहा कि इलेक्ट्रिक बसों में हर प्रकार की सुविधाओं का ख्याल रखा गया है। सब कुछ ऑटोमेटिक है। इलेक्ट्रिक व्हीकल पर्यावरण के अनुकूल तो होंगे ही इससे लोगों को आवागमन में भी सहुलियत होगी। आबादी बढ़ी है, लोगों का आवागमन बढ़ा है, इसको ध्यान में रखते हुए कई कार्य और सडक़ों का निर्माण कराया जा रहा है। बेहतर ट्रेनिंग नहीं होने से ज्यादा दुर्घटनायें होती है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इथेनॉल के निर्माण के लिए हमलोग कार्य कर रहे हैं। गन्ने से चीनी के निर्माण के साथ-साथ राज्य में इथेनॉल का भी उत्पादन होगा। पेट्रोल में २० प्रतिशत इथेनॉल मिलाया जायेगा। सबसे बड़ी बात ये है कि लोगों के लिए आज इलेक्ट्रिक बसों की शुरूआत हो गयी है और लोग इससे प्रेरित होंगे। हमने बस के भीतर सारी सुविधाओं की जानकारी ली है। गाड़ी को मेंटेन करने वाले भी ट्रेड हैं। परिवहन विभाग को इलेक्ट्रिक बसों के परिचालन के लिए बधाई देता हूं। हमलोग इसी बस से सफर करते हुए विधानसभा पहुंचे, यह काफी आरामदायक है।

इलेक्ट्रिक बस का परिचालन राज्य के सभी जिलों में होगा। चार जिलों जहानाबाद, बक्सर, गया और मधेपुरा में जिला परिवहन कार्यालय सह सविंधा केंद्र का शुभारंभ किया गया। इस पर १०.३७ करोड़ की लागत आयी है। इलेक्ट्रिक बसे में यात्रियों की सुविधा के मद्देनजर मोबाइल पास, प्रीपेड ट्रेवल कार्ड जैसी सुविधा लागू की गयी है। इलेक्ट्रिक बसें प्रदूषण मुक्त, वातानुकूलित, सीसीटीवी कैमरा युक्त है। इसमें इमरजेंसी बटन, अलार्म बेल भी है। बस के अंदर मोबाइल चार्ज की सुविधा है।

पब्लिक एनाउंसमेंट सिस्टम, सभी बसों में तीन-तीन डिस्पले, ई टिकटिंग, जीपीएस के माध्यम से व्हीकल ट्रैकिंग की सुविधा है। ७० नयी लक्जरी, सेमी डीलक्स एवं डीलक्स बसों की शुरूआत की गयी है। इसमें १५ एसी लक्जरी बसें, २५ डीलक्स एवं ३० सेमी डीलक्स बसें राजधानी से सभी जिलों को जोड़े जाने हेतु इन्हें विभिन्न मागोँ पर चलाया जायेगा।

पटना जिला के बिहटा सिकंदरपुर में भारत सरकार के सडक़ परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय द्वारा अत्याधुनिक इंस्पेक्शन एवं सर्टिफिकेशन सेंटर बनाया जा रहा है। इस सेंटर में सभी व्यावसायिक वाहनों की फिटनेस जांच अत्याधुनिक मशीनों की सहायता से ऑटोमेटेड तरीके से की जायेगी एवं वाहनों को फिटनेस प्रमाण पत्र निर्गत किया जायेगा। सभी जिलों में आधुनिक तकनीक से युक्त मोटरवाहन चालन प्रशिक्षण विद्यालय की स्थापना की जायेगी।

इस मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के अलावा परिवहन मंत्री तारकिशोर प्रसाद, रेणु देवी, परिवहन मंत्री श्रीमति शीला कुमारी, भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, परिवहन सचिव सह पटना प्रमंडल के आयुक्त संजय कुमार अग्रवाल, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, ओसडी गोपाल सिंह, राज्य परिवहन आयुक्त सीमा त्रिपाठी समेत कई मौजूद थे।