पटना

पटना: 42 हजार अभ्यर्थियों को 23 से मिलेंगे नियुक्ति पत्र : शिक्षा मंत्री


      • पदस्थापन के साथ दिये जायेंगे नियुक्ति पत्र
      • टीईटी सीटीईटी सर्टिफिकेट की जांच के आधार पर हो रही बहाली
      • ट्रेनिंग के सर्टिफिकेट की जांच के बाद मिलेगा वेतन

(आज शिक्षा प्रतिनिधि)

पटना। राज्य में छठे चरण में होने वाली प्रारंभिक शिक्षकों की नियुक्ति के लिए चयनित 42 हजार अभ्यर्थियों को 23 फरवरी से नियुक्ति पत्र दिये जायेंगे। नियुक्ति पत्र पदस्थापन के साथ मिलेगा। नियुक्ति पत्र लेने वाले अभ्यर्थी उसी दिन से पदस्थापन वाले विद्यालय में योगदान भी दे सकेंगे। पदस्थापन को लेकर नियोजन इकाइयों को निर्देश दिये जा रहे हैं।

शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने मंगलवार को यहां संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि चयनित अभ्यर्थियों को उनके टीईटी या सीटीईटी (शिक्षक पात्रता परीक्षा) के सर्टिफिकेट के जांच के आधार पर दिये जायेंगे। अब तक 95 फीसदी चयनित अभ्यर्थियों के टीईटी या सीटीईटी के सर्टिफिकेट जंच गये हैं।  बाकी चार से पांच फीसदी चयनित अभ्यर्थियों के टीईटी या सीटीईटी के सर्टिफिकेट भी 23 फरवरी के पहले जंच जायेंगे।

शिक्षा मंत्री श्री चौधरी ने बताया कि जिन चयनित 42 हजार अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र दिये जायेंगे, उनमें जिनके टीईटी या सीटीईटी के सर्टिफिकेट के साथ टीचर ट्रेनिंग के सर्टिफिकेट भी जंच गये हैं, उनका वेतन भुगतान प्रारंभ हो जायेगा। लेकिन, जिन चयनित अभ्यर्थियों के सिर्फ टीईटी या सीटीईटी के सर्टिफिकेट जंचे हैं और टीचर ट्रेनिंग के सर्टिफिकेट नहीं जंचे हैं, उन्हें उनके टीचर ट्रेनिंग के सर्टिफिकेट जंचने के बाद वेतन का भुगतान शुरू होगा। हालांकि, ऐसे शिक्षकों की वरीयता पर कोई असर नहीं पड़ेगा।

श्री चौधरी ने बताया कि चयनित अभ्यर्थियों को उनके सर्टिफिकेट्स की जांच के बाद नियुक्ति पत्र देने का प्रावधान था। लेकिन, जिन संस्थानों के उनके ट्रेनिंग के सर्टिफिकेट हैं, वे विभिन्न राज्यों के हैं। ऐसे में ट्रेनिंग के सर्टिफिकेट्स की जांच में समय लगता। इसके मद्देनजर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सहमति के बाद चयनित अभ्यर्थियों के टीईटी या सीटीईटी के सर्टिफिकेट की जांच के आधार पर नियुक्ति पत्र देने का फैसला मंगलवार को उच्चस्तरीय बैठक में लिया गया। हालांकि, दूसरे राज्यों के ट्रेनिंग सर्टिफिकेट की जांच का कार्य समयबद्ध तरीके से पूरा किया जायेगा। इसके लिए नोडल अफसर तैनात किये जायेंगे।

आपको याद दिला दूं कि शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी की पहल पर राज्य में छठे चरण में 90, 762 प्रारंभिक शिक्षकों की नियुक्ति के लिए तीन चक्र में काउंसलिंग हो चुकी है। पहले चक्र में उन नियोजन इकाइयों के लिए काउंसलिंग हुई, जिनमें छूटे हुए दिव्यांग अभ्यर्थियों के आवेदन नहीं पड़े थे। दूसरे चक्र में उन नियोजन इकाइयों के लिए काउंसलिंग हुई, जिनमें छूटे हुए दिव्यांग अभ्यर्थियों के आवेदन पड़े थे। पहले चक्र की काउंसलिंग गत पांच जुलाई से शुरू होकर 12 जुलाई तक हुई। इससे इतर दूसरे चक्र की काउंसलिंग गत दो अगस्त से शुरू होकर 13 अगस्त तक चली। दो चक्र की काउंसलिंग में ऐसी भी नियोजन इकाइयां रहीं, जिनकी काउंसलिंग या तो स्थगित हुई या रद्द  हुई।

ऐसे तकरीबन 1,368 नियोजन इकाइयों के 12,495 पदों के लिए तृतीय चक्र की काउंसलिंग 17 जनवरी से 28 जनवरी तक हुई। तीनों चक्र की काउंसलिंग में 42,902 अभ्यर्थियों का चयन हुआ है। दरअसल, चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र देने के पहले उनके तमाम शैक्षणिक एवं प्रशैक्षणिक सर्टिफिकेट की जांच कराये जाने के प्रावधान हैं। लेकिन, शिक्षक पद के लिए चयनित अभ्यर्थियों के शैक्षणिक एवं प्रशैक्षणिक सर्टिफिकेट दूसरे प्रदेशों के भी हैं। इससे सर्टिफिकेट की जांच में समय लगने की संभावना को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। इससे बचने के लिए ही चयनित अभ्यर्थियों को उनके टीईटी या सीटीईटी के सर्टिफिकेट की जांच के आधार पर ही नियुक्ति पत्र देने का प्रावधान संशोधन के जरिये किया गया है।