Post Views: 584 सीताराम क्रोध जीवनमें लक्ष्यपूर्तिमें सबसे बड़ी बाधा है। क्रोधकी अवस्थामें व्यक्तिके शरीरमें स्थित अंत:स्रावी ग्रंथियोंसे ऐसे हार्मोंस उत्सर्जित होकर खूनमें मिल जाते हैं जो हमारे शरीरके लचीलेपनको समाप्त कर उसे कठोर बना डालते हैं। इससे हम अपनी मांसपेशियों और अंग-उपांगोंपर नियंत्रण खो बैठते हैं। इससे हमारी कार्य करनेकी स्वाभाविक गति एवं सहजता […]
Post Views: 698 डा. श्रीनाथ सहाय भारत ही नहीं, विदेशी विशेषज्ञ भी मौजूदा संकटमें लाकडाउनको उपयोगी मान रहे हैं। वहीं स्वास्थ्य विशेषज्ञोंका कहना है कि कोरोनाकी तीसरी लहर भी आ सकती है। कोरोनाकी रोकथामके लिए प्रदेश सरकारें अपने हिसाबसे आंशिक लाकडाउन और कफ्र्यूका सहारा ले रही हैं। वहीं खबरें यह भी आ रही है कि […]
Post Views: 618 डा. धनंजय सहाय महात्मा गांधीने जिन समस्याओंसे हमें अवगत कराया था उनपर स्वतन्त्र भारतमें सत्तानशीं होनेवाली सरकारोंने ईमानदारीसे अमल नहीं किया। यही कारण है कि स्वच्छता जैसे मसलेपर आजादीके लगभग सात दशकों बाद मोदी सरकारको अभियान चलाना पड़ा। पर्यावरण प्रदूषण मुद्दा अत्यन्त गम्भीर है। इसपर गांधीजीके विचार अत्यन्त प्रासंगिक हैं। इस बातमें […]