पटना

प्राचीन गौरवशाली परम्परा पुनर्जीवित करे आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय : शिक्षा मंत्री


आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय की सर्वोच्च प्राधिकार ‘सभाकी बैठक

(आज शिक्षा प्रतिनिधि)

पटना। शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा है कि आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय बिहार की प्राचीन गौरवशाली शैक्षणिक परम्परा को पुनर्जीवित करे। शिक्षा मंत्री श्री चौधरी बुधवार को आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय के सर्वोच्च प्राधिकार ‘सभा’ की 20वीं बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। शिक्षा मंत्री श्री चौधरी ने कहा कि परिनियम में वर्णित उद्येश्यों को पूरा करने के लिए विश्वविद्यालय को अपना ध्यान केंद्रित करना चाहिये।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा विश्वविद्यालय को विशेष उद्येश्यों की पूर्ति के लिए स्थापित किया गया। इसी कारण इसका नाम ज्ञान विश्वविद्यालय दिया गया। इसका उद्येश्य सिर्फ डिग्री बांटना नहीं, अपितु शिक्षा के नित नये आयामों विशेषकर शोध एवं विकास के क्षेत्र में उत्कृष्ट स्थान प्राप्त करना है।

पूर्व मुख्यसचिव अंजनी कुमार सिंह एवं शिक्षा विभाग के अपर मुख्यसचिव संजय कुमार द्वारा ध्यान आकृष्ट कराया गया कि जल्द ही विश्वविद्यालय की प्रकृति में बदलाव आने वाला है। विश्वविद्यालय को इस बदलाव के उपरांत किये जाने वाले कार्यों का समयरेखा तय कर तदनुसार कार्य करने चाहिये, ताकि विश्वविद्यालय अपने स्थापना के उद्येश्यों को यथासंभव प्राप्त कर सके।

कुलपति सुरेंद्र कुमार सिंह ने रचनात्मक सुझावों के लिए धन्यवाद दिया। कुलसचिव प्रो. पुष्पेंद्र कुमार वर्मा ने कहा कि विश्वविद्यालय राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर के शिक्षाविदों से सम्पर्क कर नवीन विधाओं के क्षेत्र में शिक्षण, शोध एवं विकास के कार्यों को ससमय लागू करने हेतु समयरेखा तय करेगा। बैठक में विधान पार्षद प्रो. रामवचन राय, विधान पार्षद केदारनाथ पाण्डेय, प्रो. रत्नेश्वर मिश्र एवं विज्ञान-प्रावैधिकी निदेशक संजीव कुमार भी शामिल थे।