पटना

फुलवारीशरीफ: दीदीजी पहुंची गौरीचक, ईंट भट्ठा मजदूरों को दिए मास्क


बताए कोरोना से बचाव के उपाय, 400 लोंगो को मास्क व साबुन वितरित

फुलवारीशरीफ (पटना)। समय कोरोना से डरने का है, समय कोरोना से बचने का है,मास्क लगाने और हाथ सैनीटाइज़ करने का है,दो गज की दूरी निभाने और खाँसी बुखार होने पर डॉक्टर से सम्पर्क कर एहतियात बरतने का है,मगर ऐसे महामारी के नाजुक समय मे एक हाथ ऐसा भी है जो दूसरों की मदद के लिए दिन रात जुटा हुआ रहता है,दो कदम कभी चैन से बैठने नही देता उन्हें, न पलकें झपकाने देती है कजरारे दोनों नैन, चाहे जिस रूप में मदद चाहिए आपतक ये हाथ पैर और आशाओं भरी टोकरी लेकर पहुंच जाती है दीदी जी।

राष्ट्रीय युवा पुरस्कार एवं राजकीय शिक्षक सम्मान से सम्मानित समाज सेविका एवं शिक्षिका डॉ नम्रता आनंद दीदी जी फाउंडेशन की संस्थापक हैं, चाहे मलिन बस्तियो में बच्चों की पढ़ाई सामग्री, दवाई, भोजन मास्क, सैनीटाइज़र, साबुन या शादी ब्याह में मदद की जरूरत हो वहां हमारी दीदी जी पूरी मदद के सामग्रियों के साथ पहुंच ही जाती है, चाहे बारिश हो या तपिश भरी दुपहरी या कड़ाके की ठंड नही रुकते मदद के कदम।

डॉ नम्रता आनन्द बारिश के बीच शुक्रवार को गौरीचक पहुंची जहां चमरडीह और चँडासी में 300 ग्रामीणों एवं ईटा भट्ठा पर काम करने वाले 100 गरीब मजदूर परिवारों को मास्क व साबुन दिया गया। covid-19 महामारी से उत्पन्न चुनौतियों के बावजूद भीषण महामारी में भी मजदूर वर्ग अपने पेट को चलाने के लिए मेहनत कर रहा है। ऐसे में दीदी जी फाउंडेशन के संस्थापक नम्रता आनंद ने इन गरीब मजदूरों को मास्क और साबुन देकर उनका जीवन बचाने की कोशिश की है।

‌डॉ नम्रता ने बताया कि  सभी मजदूरों और उनके पास रहे बच्चों का हाथ सैनिटाइज करा कर उन्हें मास्क पहनाया गया। उन्हें हाथ धोने के लिए साबुन भी  दिया गया। उन्होंने बताया कि दीदी जी फाउंडेशन के स्वयंसेवक सदस्यों द्वारा लगातार जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है।

सभी मजदूरों और गांव वालों को सदस्यों द्वारा समझाया गया डबल लेयर मास्क पहने ,सोशल डिस्टेंस मेंटेन करें, साबुन से दिन भर में चार-पांच बार हाथ धोएं, सेनीटाइजर का  प्रयोग करें, इम्यून सिस्टम को बढ़ाने के लिए शाकाहारी बने, शराब नहीं पीए, तथा कोविड 19 से बचने के लिए टीकाकरण अभियान में जरूर भाग ले और टीका जरूर लगवाएं। तुलसी, नीम, गुड़, नींबू, काढ़ा, गिलोय, प्याज, लहसुन, आदि के सेवन पर विशेष ध्यान देने को कहा।

इस कार्यक्रम को सफल बनाने में स्वयंसेवक सदस्य राजकुमार, राजू कुमार, रीता देवी, निरंतरा हर्षा, नियति सौम्या, रंजीत ठाकुर, जाहिदा नसर, मनीषा कुमारी नीतू शाही ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।