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Posted on Author ARUN MALVIYA
Post Views: 324 जग्गी वासुदेव कर्म बंधनका मतलब है कुछ किया जाना या किये जानेकी छाप, जो हमारे अंदर रहती है। आपके पिताने जो काम किये वे आपके अंदर न सिर्फ आपकी परिस्थितियोंमें काम कर रहे हैं, बल्कि आपकी हर कोशिकामें हैं। आपने देखा होगा कि जब आप १८ या २० सालके थे तो आपने […]
तीसरी लहरकी आशंका
Posted on Author ARUN MALVIYA
Post Views: 451 कोरोनाकी दूसरी लहरने फिर तेज गति पकड़ ली है। गुरुवारको सरकारने जो आंकड़ा जारी किया है, उसने अबतकके सभी रिकार्ड तोड़ दिया है। पिछले २४ घण्टेके दौरान चार लाख १२ हजारसे अधिक संक्रमणके नये मामले आये और इसी अवधिमें ३९८० लोगोंकी मौतें भी हुईं। यह अत्यन्त ही भयावह स्थिति है। मृतकोंकी संख्या […]
तर्कका आधार
Posted on Author ARUN MALVIYA
Post Views: 556 श्रीराम शर्मा कई बार मनुष्य अपने अनुचित कार्यों और आदतोंके संबंधमें दुखी भी होता है और सोचता है कि उन्हें छोड़ दूं। अवांछनीय अभ्यासोंकी प्रतिक्रिया उसने देखी-सुनी भी होती है। परामर्श उपदेश भी उसी प्रकारके मिलते रहते हैं, जिनमें सुधारनेके लिए कहा जाता है। सुननेमें वह परामर्श सारगर्भित भी लगते हैं। किंतु […]