पटना

बगहा: वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के गोवर्धना वनक्षेत्र में बाघ का शव मिलने से हड़कंप


बगहा (न.सं.)। बगहा अनुमंडल के वाल्मीकि टाइगर रिजर्व  के गोवर्धना वनक्षेत्र में बाघ का शव  मिलने से हड़कंप मच गया है। इस बिग कैट की मौत कैसे हुई, इसके कारणों का पता नहीं चल सका है। बाघ की मौत की पुष्टि करते हुए वन संरक्षक सह क्षेत्र निदेशक हेमकांत राय ने बताया कि बाघ का शव  गश्त के दौरान वनकर्मियों को मिला है। उन्होंने कहा कि मामले की जांच की जा रही है। पोस्टमॉर्टम के बाद ही यह स्पष्ट हो पाएगा कि मौत कैसे हुई है। कयास लगाया जा रहा है बाघों के बीच आपसी वर्चस्व को लेकर हुई भिड़ंत में एक बाघ की मौत हो गई होगी।

गश्त पर निकले वनकर्मियों की टीम ने गोवर्धना वनक्षेत्र के सिरिसिया जंगल के अंदर इस नर बाघ का शव बरामद किया। गश्ती दल ने बाघ का शव देखते ही इस घटना की सूचना रघिया और गोर्बधना कार्यालय समेत वरीय वन अधिकारियों को दी। सूचना पाकर वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के आला अफसरों की बेचैनी बढ़ गई। मामले को गंभीरता से लेते हुए वन प्रमंडल एक के डीएफओ अंबरीश कुमार मल्ल के नेतृत्व में वन अधिकारियों, पशु चिकित्सकों की टीम घटनास्थल पर गोवर्धना वनक्षेत्र में पहुंची।

वीटीआर के वन संरक्षक सह क्षेत्र निदेशक हेमकांत राय ने बताया कि एक नर बाघ का शव मिला है। उन्होंने कहा कि प्रथमदृष्टया जांच में गोवर्धना वनक्षेत्र के वनकर्मियों की संयुक्त टीम गश्त करते हुए सिरिसिया जंगल मे गई थी। यहां वनकर्मियों की टीम ने कुछ घंटे पहले मृत बाघ के शव को देखा और इसकी सूचना क्षेत्र कार्यालय को दिया। उन्होंने बताया कि मृत बाघ की उम्र तीन से चार वर्ष की है। बाघ की मौत का कारण का पता अभी नहीं चल सका है। अंधेरा हो जाने के कारण उसका शनिवार को पोस्टमॉर्टम नहीं हो सका है। रविवार को पोस्टमार्टम कर शव को जला दिया जाएगा।