सम्पादकीय

बड़ी जिम्मेदारी 


जग्गी वासुदेव

यदि संयोगवश नेतृत्व कर रहे हैं और किसी योग्यता या बड़ी दूरदृष्टिकी वजहसे नहीं तो मुझे लगता है कि लोगोंके लिए आपके नेतृत्वके बिना रहना ही बेहतर होगा। एक मूर्ख व्यक्ति नेता हो, इससे ज्यादा अच्छा तो ये होगा कि लोगोंका कोई नेता ही न हो। ये थोड़ा-सा अराजक हो सकता है परन्तु फिर भी वे कुछ तो बेहतर जरूर कर सकते हैं। मूल रूपसे नेतृत्वका मतलब ये है कि जाने-अनजाने आपने कुछ लोगोंकी नियतिको अपने हाथोंमें ले लिया है। आपने वह जिम्मेदारी ले ली है। जब नेताकी बात होती है तो ये जरूरी नहीं है कि वह किसी राष्ट्रका प्रमुख हो या लोगोंके किसी बड़े समूहका नेता हो। यदि हम एक परिवार चला रहे हैं तो भी हम नेता हैं, जो भी किसी और जीवनकी जिम्मेदारी ले रहा है, वह नेता है। सवाल सिर्फ मात्राका है, कौन कितनी बड़ी जिम्मेदारी लेता है। किसीकी योग्यताके हिसाबसे ही लोग चुनेंगे कि उसको कितनी बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है, परन्तु किसी न किसी तरहसे हर कोई नेता होता है। यदि कमसे कम अपनी खुदकी नियतिको ही अपने हाथोंमें ले रखा है तो भी आप नेता हैं। हां, यदि कोई होबो हैं तो आप नेता नहीं हैं। एक अमेरिकन यात्री यूकेकी यात्रापर था। एक स्थानीय व्यक्ति, जो उसे सब जगह ले जा रहा था, उसे एक खास जगहके बारेमें बताते हुए बोला, यहां एक एरिस्ट्रोकेट रहता है। अमेरिकनने पूछा, एरिस्ट्रोकेटका क्या मतलब है, क्या वह एस्ट्रोनॉट है, नहीं वह एरिस्ट्रोकेट है। अंग्रेजको बहुत आश्चर्य हुआ कि कोई मनुष्य ऐसा भी हो सकता है जिसे पता न हो कि एरिस्ट्रोकेट क्या होता है। एरिस्ट्रोकेटका मतलब है कि उसे कोई काम नहीं करना होता। वह किसी भी जगह, सबसे अच्छे स्थानपर, अच्छी स्थितिमें होता है। वह चाहे कहीं भी जाय, उसे एकदम आगे रहनेको मिलता है और वह कुछ नहीं करता। अंग्रेजने कहा, अच्छा वह, उसे हम अमेरिकामें होबो कहते हैं। बेकार आदमी जो कोई काम नहीं करता। यदि आप होबो नहीं हैं तो किसी न किसी रूपमें आप नेता हैं। जब आप समझ लेते हैं कि आप नेता हैं तो इसका मतलब यह है कि या तो आपने अपनी खुदकी नियतिको अपने हाथोंमें ले रखा है या फिर आपने कुछ और लोगोंकी नियतिको अपने हाथोंमें लिया है। यह एक खास जिम्मेदारी है। जब आप एक नेता बन जाते हैं तो आपके पास कोई विशेषाधिकार नहीं होता। वह सब विशेषाधिकारवाले लोग हैं, क्योंकि उनके पास चुननेके लिए विकल्प है, आपके पास ऐसा नहीं है। यदि आप अपनी कामकाजकी जगहपर नेता बनना चाहते हैं तो ये वह जगह है जहां हर दिन, घंटोंके हिसाबसे आप अपने जीवनका मुख्य भाग बिताते हैं। किसी और जगहकी तुलनामें आप शायद अपने आफिसमें ज्यादा समय बिताते हैं। यदि ऐसा है तो यह महत्वपूर्ण नहीं है कि हम इसको एक सुंदर अनुभव बनायें।