प्रदेश के पूर्व मंत्री ,वरिष्ट कांग्रेस नेता श्री अजय राय ने कहा की बाढ़ से उत्तर प्रदेश बेहाल है।प्रदेश के 30 से अधिक जिले बाढ़ से प्रभावित है सरकार ने समय रहते कोई तैयारी नहीं की जिसका खामियाजा लोगों को जान और माल के नुकसान से चुकाना पड़ रहा है।मुख्यमंत्री जी काशी आकर थोड़ा-बहुत सर्वे कर निकल गये।वही उपमुख्यमंत्री हेलीकॉप्टर दौरे में व्यस्त है।मुख्यमंत्री से लेकर उपमुख्यमंत्री तक हवाई वादों और फ़ोटो तक सीमित है।वाराणसी के कई क्षेत्र बुरी तरह बाढ़ ग्रसित है जिनकी कोई सुध लेने वाला नही है।गंगा,वरुणा,असी उफान पर है।तटवर्ती इलाको में पानी का प्रकोप है।जिनकी सुध मुख्यमंत्री जी को नही है सवाल यह है की शासन में बैठे लोग इस तरह संवेदनहीन क्यों हो गए है ? सरकार अभी तक सिर्फ वादों में सीमित है प्रचार-प्रसार ही इस सरकार का मूलमंत्र है।जिसका खमियाजा जनता भुगत रही है।. श्रीराय ने कहा की वाराणसी में बाढ़ से प्रभावित एक तरफ जहां कुछ लोग अपने घरों से सुरक्षित ठिकानों की तरफ पलायन कर रहे हैं. वहीं, दूसरी तरफ कुछ ऐसे लोग भी हैं,जिनका घर चारों तरफ से पानी से घिरा है।लेकिन अभी तक सरकार बस खानापूर्ति में व्यस्त है।पूर्वी उत्तर प्रदेश में सबसे अधिक बाढ़ का कहर है। हमारी सरकार के मांग है की प्रदेश के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लोगों को सुरक्षित पुनर्स्थापित कर जलमग्न बर्बाद हुई फसलों और तबाही से नुकसान की भरपाई हेतु जल्द से जल्द सर्वे करा मुआवजा दे सरकार।साथ जिन गरीब लोगों का जो सक्षम नही है जिनका घर बाढ़ की वजह से गिर गया है ढह गया है उन्हें यह सरकार मुआवजा दे साथ ही बाढ़ क्षेत्रो में नाव की व्यवस्था, राशन सामग्री,रोजमर्रा की वस्तुएं आदि प्रबन्ध सरकार दुरुस्त करे।इस विपदा के समय सरकार मार्केटिंग के जगह मूलभूत कार्यो पर अपना ध्यान आकर्षित करे।