बाबूलाल ने ट्विटर पर लिखा- आदरणीय यशवंत सिन्हा जी, आप भारतीय जनता पार्टी में रहे हैं। श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी के मंत्रिमंडल में वित्त मंत्री व अन्य कई महत्वपूर्ण पदों पर रहते हुए आपने देशहित में कई निर्णय लिए हैं। आज यह अवसर आपके सामने है कि आप राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की राष्ट्रपति प्रत्याशी श्रीमती द्रौपदी मुर्मू को निर्विरोध चयन के लिए अपने नाम वापसी की घोषणा के साथ देश को एक अच्छा संदेश दें।एक आदिवासी संताल महिला की संवैधानिक सर्वोच्चता, सम्पूर्ण आदिवासी समाज का ऐतिहासिक सम्मान है। आशा है आप राज्य व देश के सम्मान के लिए यह त्याग और समर्पण देकर एक उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत करेंगे।
इधर झारखंड के मुख्यमंत्री और झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकारी प्रमुख हेमंत सोरेन को भी बाबूलाल ने नसीहत दी है। उन्होंने लिखा- सीएम हेमंत सोरेन जी, आदिवासी-संताल अस्मिता की रक्षा और इस ऐतिहासिक निर्णय के सहभागी बनकर राष्ट्रपति पद के लिए द्रौपदी मुर्मू जी के पक्ष में समर्थन देने की घोषणा करने में तनिक भी विलंब न करिए। राष्ट्रपति चुनाव में द्रौपदी मुर्मू को आपका समर्थन आजाद भारत के इतिहास में आदिवासी समाज के गौरवबोध के लिए याद किया जाएगा।
बाबूलाल मरांडी ने विपक्ष से अपील करते हुए कहा कि एनडीए के द्वारा झारखंड की प्रथम महिला राज्यपाल रही द्रौपदी मुर्मू जी को भारत के सर्वोच्च संवैधानिक पद के लिए नामित किया जाना, संताल समाज समेत पूरे देश के जनजातीय समाज का ऐतिहासिक सम्मान है। आजादी के बाद देश के सामने यह अवसर है कि द्रौपदी मुर्मू जी को निर्विरोध निर्वाचित कर इस ऐतिहासिक पहल में सहयोगी बनें। यूपीए/विपक्ष के सभी सम्मानित सदस्यों से अपील है कि सभी एकजुट होकर द्रौपदी मुर्मू जी को समर्थन देकर सम्पूर्ण आदिवासी समाज/महिला समाज को गौरान्वित करें।