पटना

बिहारशरीफ: गैंगरेप के दोषियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर आक्रोशित लोगों ने किया सड़क जाम, पुलिस पब्लिक के बीच जमकर हुई हाथापाई व पथराव


  • पथराव में एएसआई सहित चार पुलिसकर्मी जख्मी
  • आधा दर्जन ग्रामीण हुए चोटिल

बिहारशरीफ (आससे)। चार दिन पहले महिला से हुए गैंगरेप के दोषियों की गिरफ्तारी नहीं किये जाने से नाराज लोगों ने रहुई थाना क्षेत्र के बिहटा-सरमेरा एसएच को सोसंदी के पास जाम कर दिया। डीएसपी समेत कई थानों की पुलिस ने जब समझाने का प्रयास किया तो लोग और उग्र हो गये। बात इस कदर बढ़ गयी कि पुलिस-पब्लिक के बीच जमकर हाथापायी व झड़प हुई। इसमें एएसआई सत्येन्द्र सिंह सहित कई पुलिस कर्मी जख्मी हो गए।।

वहीं ग्रामीण महिला समेत करीब आधा दर्जन लोग चोटिल हो गये। स्थानीय लोगों का कहना था कि पुलिस ने पहले लाठीचार्ज किया गया। पुलिस के खिलाफ नारेबाजी और रोड़ेबाजी भी हुई। आखिरकार, वार्ड सदस्य दो लोगों को हिरासत में लेने और पुलिस की सख्त कार्रवाई के बाद भीड़ खत्म हुई। करीब तीन घंटे तक स्टेट हाईवे पर वाहनों का आवागमन पूरी तरह ठप रहा। इस मामले में पुलिस ने 16 नामजद समेत सैकड़ों अज्ञात के विरुद्ध रहुई थाने में एफआईआर करायी है।

सड़क जाम कर रहे लोगों ने बताया कि घटना के चार दिन बाद भी बदमाशों की गिरफ्तारी करने में पुलिस रुचि नहीं दिखा रही है। ग्रामीण अपराधियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे। उनका आरोप था कि पहले तो पुलिस ने मामले को दबाने का प्रयास किया। बाद में पकड़कर दिये गये आरोपित को भी छोड़ दिया।

सड़क जाम की सूचना पर डीएसपी समेत कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस आक्रोशित लोगों को समझाने का प्रयास कर रही थी। लेकिन, जाम कर रहे लोग पुलिस की निष्क्रियता व अपराधियों की गिरफ्तारी की मांग पर अड़े थे। इसी क्रम में पुलिस-पब्लिक के बीच तू-तू-मैं-मैं होने लगी। उसके बाद रोड़ेबाजी शुरू कर दी गयी।

ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस ने पहले लाठीचार्ज किया। इसमें सबुजा देवी, सिंदुरवा देवी, सारो देवी, रोहिणी देवी समेत कई महिलाएं जख्मी हो गईं। इन लोगों का इलाज निजी क्लीनिक में कराया गया। वहीं रहुई थाना के एएसआई सत्येंद्र सिंह का सिर फट गया। डीएसपी के गार्ड वरुण कुमार व अंचल गार्ड शिवनारायण भी जख्मी हो गए। तीनों को रहुई अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

पीड़िता बिहारशरीफ से अकेली गांव जा रही थी। सोसंदी व चौरिया के तीन बदमाशों ने पीछा कर पहले छेड़खानी की। विरोध करने पर मारपीट कर कपड़े फाड़ दिए। उसके बाद आहर में ले जाकर तीनों बदमाशों ने बारी-बारी से मुंह काला किया। विरोध करने पर ईंट-पत्थर से कुचलकर महिला को अधमरा कर दिया था। यह समझ कर छोड़ दिया कि महिला मर चुकी है। उसके बाद तीनों बदमाश भाग गए। काफी देर बाद महिला होश में आई। गांव पहुंचने से पहले निर्वस्त्र रही महिला लड़खड़ा कर गिर गई।

गांव लौटने के क्रम में तीन ने किया था गैंगरेप: 

सड़क जाम कर रहे लोगों ने बताया गोखुलपुर ओपी के चौरिया गांव की महिला को सोसंदी से आने वाले रास्ते में बदमाशों ने घटना को अंजाम दिया। ग्रामीणों का कहना था कि चार दिन पहले महिला से गैंगरेप हुआ। उसके बाद भी पुलिस मामले को गंभीरता से नहीं लिया। दर्जनों ग्रामीण घटनास्थल पर पहुंचे थे, जहां टूटी हुईं चूड़ियां, फाड़े गए कपड़े व खून का निशान मौजूद था। इसी बीच एक बदमाश लोगों को देखकर भागने लगा। उसे पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया गया था। पुलिस ने उसे छोड़ दिया।

पीड़िता की नाजुक स्थिति को देखते हुए उसे बिहारशरीफ के निजी क्लीनक में भर्ती कराया गया। वहां वह जीवन-मौत के बीच जूझ रही है। इतना सब होने के बाद भी पुलिस ने अपने तरीके से एफआईआर दर्ज करवाई।  परिजनों ने बताया कि गैंगरेप के बाद इतनी बेरहमी से महिला को पीटा गया कि चार दिन बाद भी दर्द से कराह रही है। इस घटना से गांव के सभी लोग आक्रोशित हैं। महिला के पति बाहर काम करते हैं। उसके देवर थाने में एफआईआर कराने गया तो पुलिस गैंगरेप की घटना लिखने से इंकार कर गई। अपने तरीके से मामला दर्ज करवाई है।

रहुई थानाध्यक्ष जितेंद्र कुमार ने बताया कि सोसंदी के पास स्टेट हाईवे को जाम कर आवागमन बाधित करने एवं पुलिस पर पथरावकरने के खिलाफ 16 नामजद समेत सैकड़ों अज्ञात लोगों के खिलाफ थाने में एफआईआर दर्ज की गयी है। वार्ड सदस्य संजीव कुमार के अलावा रामाधीन प्रसाद को गिरफ्तार किया गया है। शेष लोगों की गिरफ्तारी के लिए प्रयास किया जा रहा है।