बिहारशरीफ (आससे)। जिलाधिकारी श्री योगेंद्र सिंह की अध्यक्षता में आज हरदेव भवन सभागार में जल जीवन हरियाली अभियान की बैठक आहूत की गई। जिलाधिकारी द्वारा कार्यपालक अभियंता पीएचईडी से विगत वर्ष की तुलना में इस वर्ष ग्राउंड वाटर टेबल के बारे में जानकारी ली गई। कार्यपालक अभियंता पीएचईडी द्वारा बताया गया कि विगत वर्ष की तुलना में इस वर्ष ग्राउंड वाटर टेबल में सकारात्मक बदलाव देखा गया है। जिलाधिकारी ने कुछ पंचायतों में जल जीवन हरियाली की योजनाओं के फलाफल के साथ वाटर टेबल की स्थिति का अध्ययन सुनिश्चित कराने को कहा ताकि यह पता चल सके कि जल जीवन हरियाली अभियान के क्रियान्वयन से वाटर टेबल में कैसे सकारात्मक बदलाव आया है।
अतिक्रमण मुक्त कराए गए सभी जल स्रोतों के अभिलेख की ऑनलाइन प्रविष्टि सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया गया। वर्तमान में अतिक्रमित जल स्रोतों को अतिक्रमण मुक्त कराने हेतु विशेष अभियान चलाने का निर्देश दिया गया। लघु जल संसाधन विभाग के कार्यपालक अभियंता बगैर किसी पूर्व सूचना के बैठक से अनुपस्थित पाए गए। जिलाधिकारी ने उनसे स्पष्टीकरण पूछते हुए उनका वेतन अवरुद्ध करने का निर्देश दिया।
लघु जल संसाधन विभाग द्वारा 5 एकड़ से अधिक क्षेत्रफल वाले सभी तालाबों का जीर्णोद्धार किया जा रहा है। इसके लिए डीपीआर तैयार करने की प्रगति पर जिलाधिकारी ने असंतोष व्यक्त करते हुए बैठक में उपस्थित सहायक अभियंता से स्पष्टीकरण पूछा। एक माह के अंदर विभाग की सभी योजनाओं का डीपीआर तैयार कर प्रस्ताव विभाग में अनुमोदन हेतु भेजने का निर्देश दिया गया। साथ ही अपूर्ण योजनाओं को प्राथमिकता से पूर्ण कराने का निर्देश दिया गया।
कुओं के जीर्णोद्धार की समीक्षा के क्रम में पाया गया कि नगर पंचायत सिलाव में एक भी योजना पूर्ण नहीं हो सकी है। योजनाएं निविदा की प्रक्रिया में है। जिलाधिकारी ने इस पर असंतोष व्यक्त करते हुए कार्यपालक पदाधिकारी से स्पष्टीकरण पूछा। नगर निगम बिहारशरीफ एवं अन्य नगर निकायों में शत प्रतिशत कुओं का जीर्णोद्धार पूर्ण कराने का निर्देश दिया गया। विभिन्न विभागों के माध्यम से क्रियान्वित चेक डैम निर्माण की योजनाओं को भी प्राथमिकता देते हुए पूर्ण कराने का निर्देश दिया गया। नए जल स्रोतों के सृजन के लिए निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप योजनाओं को पूर्ण कराने को कहा गया।
वृक्षारोपण के लिए निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप सभी संबंधित विभागों को कार्रवाई सुनिश्चित करने को कहा गया। वन प्रमंडल द्वारा दो लाख 38 हजार पौधों के लक्ष्य के विरुद्ध अब तक एक लाख 53 हजार पौधे वितरित किए गए हैं। विभागीय स्तर से भी पौधे लगाए जा रहे हैं। सभी विभागों को 31 जुलाई तक वृक्षारोपण के निर्धारित लक्ष्य को प्राप्त करने हेतु कार्रवाई सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया। जैविक खेती को व्यापक रूप से प्रोत्साहित करने का निदेश जिला उद्यान पदाधिकारी को दिया गया।
सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए ऊर्जा विभाग के माध्यम से अनुदान दिया जा रहा है। अब तक 62 सौर उर्जा संरचना का निर्माण विभिन्न लाभुकों द्वारा कराया गया है। नगर निगम के माध्यम से अब तक 26 भवनों में सौर ऊर्जा संरचना संस्थापित किया गया है। 25 अन्य भवनों में भी इसके संस्थापन हेतु कार्रवाई की जा रही है।
बैठक में उप विकास आयुक्त, नगर आयुक्त, निदेशक डीआरडीए, जिला पंचायत राज पदाधिकारी, कार्यपालक अभियंता पीएचईडी/विद्युत आपूर्ति, राजस्व शाखा प्रभारी, विभिन्न नगर निकायों के कार्यपालक पदाधिकारी सहित अन्य संबंधित पदाधिकारी उपस्थित थे।