पटना

बिहारशरीफ: जिले का एक सरकारी विद्यालय ऐसा भी- कोविड गाइडलाइन का किया जा रहा है अक्षरश: पालन


लॉकडाउन के बाद खुले विद्यालय में आये छात्र-छात्राओं को गुलाब का फूल देकर शिक्षकों ने किया स्वागत

बिहारशरीफ (आससे)। कोविड की दूसरी लहर के बाद संभावित तीसरी लहर के संभावनाओं के बीच जिले के स्कूलों में आज घंटी लगी। ऐसे में कई विद्यालय एहतियातन अच्छे कदम उठाये है। अगर जिले के प्रायः विद्यालयों में ऐसी व्यवस्था की जाय तो निश्चित तौर पर तीसरी लहर की संभावना को भी कम किया जा सकता है।

उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय पोखरपुर, गिरियक में आज से कक्षाएं शुरू हो गयी। पहले दिन ही विद्यालय के प्रधानाध्यापक आलोक कुमार के नेतृत्व में शिक्षकों ने विद्यालय आने वाले छात्र-छात्राओं को गुलाब का फूल देकर स्वागत किया। नौवीं एवं दसवीं की कक्षाएं शुरू हो गयी है। बच्चे-बच्चियों में भी विद्यालय खुलने पर उत्साह देखा गया। स्कूल के शिक्षकों ने विद्यालय में आये छात्र-छात्राओं का स्वागत करते हुए उनके बेहतर भविष्य की कामना की।

विद्यालय प्रबंधन द्वारा विद्यालय खुलने के पूर्व व्यापक तैयारियां की गयी थी। विद्यालय परिसर की पूर्ण सफाई कर विसंक्रमित किया गया था। बच्चों को स्वस्थ वातावरण में ज्ञानार्जन मिले इसकी पूरी तैयारी की गयी थी। विद्यालय परिसर में बिना मास्क लगाये प्रवेश करने की इजाजत नहीं दी गयी है। इसके साथ ही समाजिक दूरी का पालन को ध्यान में रखते हुए गोल घेरा भी बनाया गया है। हैंडवाशिंग स्टेशन के पास बच्चों को बार-बार साबुन से हाथ धोने के अलावे दरवाजे और खिड़कियों को कक्षा ब्रेक के दौरान विसंक्रमित करने की व्यवस्था की गयी है।

विद्यालय के प्रधानाध्यापक आलोक कुमार ने बताया कि कोविड से बचाव की भरसक प्रयास किया गया है। इस दौरान विद्यालय के शिक्षक तौकीर अहमद ने बच्चों को कोविड के बारे में जानकारी देते हुए इससे कैसे बचा जाय के बारे में भी बताया। इस अवसर पर विद्यालय के शिक्षक-शिक्षिका उमेश प्रसाद, चिंता सिन्हा, कुमारी इंदू सिन्हा, कुमारी पूनम, मनोज कुमार, शैलेंद्र कुमार, सीमा कुमारी, बालेश्वर चौधरी, आशीष कुमार, कविता सुमन, कनकलता, अनूप कुमार सिन्हा, कुमारी संध्या सिन्हा, शिवराज रजक, गुलशन रजक, नीतू देवी आदि लोग भी उपस्थित थे। विद्यालय में थर्मल स्कैनर और ऑक्सीमीटर की भी व्यवस्था की गयी है।