पटना

बिहारशरीफ: जिले की प्रायः नदियां खतरे के निशान से कुछ ही नीचे लेकिन नहीं कम हो रहा है जलस्तर


      • जिराईन का जलस्तर सुबह से शाम के बीच 0.3 मीटर बढ़ा
      • झारखंड में बारिश हुई तो नदियां खतरे के निशान कर जायेगी पार और स्थिति हो सकती है खतरनाक

बिहारशरीफ (आससे)। शुक्रवार को जिले में किसी किसी स्थानों पर हल्की बारिश हुई है। हालांकि कई प्रखंडों में बूंदाबांदी तक ही रही। मौसम का मिजाज पूरा दिन सर्द रहा। आसमान में बादल छाये रहे। सुबह में हालांकि धूप निकली थी लेकिन लुकाछिपी का खेल चलता रहा। भले ही जिले में शुक्रवार को बारिश नहीं हुई हो लेकिन जिले की नदियों के जलस्तर में कमी नहीं हुई है। अगर झारखंड में शुक्रवार को दिन से लेकर रात तक कभी भी बारिश हुई हो या होगी तो अगले दो दिन में स्थिति खराब हो सकती है।

फ्लड कंट्रोल एंड ड्रेनेज डिवीजन बिहारशरीफ द्वारा जो बुलेटिन जारी की गयी है उसके अनुसार प्रायः नदियों का जलस्तर कांसटेंट है। हालांकि  बीते कल की अपेक्षा जिराईन नदी के जलस्तर में 0.3 मीटर वृद्धि हुई है। बताते चले कि जिराईन नदी तीन प्रखंडों को प्रभावित करता है। खासकर अस्थावां, बिंद और सरमेरा प्रखंडों में इस नदी के जलस्तर से बाढ़ की स्थिति पैदा होती है। हालांकि पिछले दिनों नदी के तटबंध की मरम्मती और गाद की सफाई जैसे कार्य भी हुए है लेकिन कई स्थानों पर मौजूद त्रुटियां बाढ़ को आमंत्रित कर रही है। हालांकि बिंद के निचले इलाके में जिराईन नदी का पानी खेतों मे फैलना शुरू हो गया है। और जलस्तर में अगर बढ़ोतरी जारी रही तो बाढ़ की स्थिति पैदा हो सकती है।


संभावित बाढ़ से निबटने के लिए नियंत्रण कक्ष चालू

बिहारशरीफ (आससे)। जिले में नदियों का जलस्तर बढ़ने तथा बारिश के बाद संभावित बाढ़ की स्थिति को देखते हुए जिलाधिकारी योगेंद्र सिंह ने जिला नियंत्रण कक्ष चालू कराया है। यह नियंत्रण कक्ष 24 घंटे काम करेगा जहां तीन शिफ्टों में अधिकारी और कर्मी तैनात किये गये है। नियंत्रण कक्ष का दूरभाष संख्या 06112-233168 है।

जिलाधिकारी योगेंद्र सिंह ने बताया कि सीनियर डिप्टी कलक्टर गोपाल प्रसाद को कंट्रोल रूम का नोडल ऑफिसर बनाया गया है। इस कंट्रोल रूम में जिला उद्योग विस्तार अधिकारी अमरेंद्र भूषण, जिला खेल पदाधिकारी नरेश कुमार चौहान, जिला उद्यान पदाधिकारी ज्ञानचंद के अलावे कर्मी और कार्यपालक सहायक को तैनात किया गया है।


पंचाने नदी का जलस्तर स्थिर है। हालांकि पंचाने नदी में रहुई जैसे प्रखंडों में थोड़ी भी बढ़ोतरी हुई तो स्थिति भयावह हो सकती है। बिहारशरीफ शहरी क्षेत्र भी इससे प्रभावित हो सकता है, जबकि गोइठवा एवं सकरी नदी का जलस्तर अभी सामान्य है। प्राप्त जानकारी के अनुसार सकरी नदी खतरे के निशान से 0.9 मीटर नीचे है। वहीं पैमार नदी खतरे के निशान से 0.8 मीटर नीचे चल रही है। पंचाने नदी खतरे के निशान से 1.4 मीटर नीचे है। वहीं गोईठवा खतरे के निशान से 0.9 मीटर, जिराईन खतरे के निशान से 1.8 मीटर नीचे है। हालांकि बीते कल से इसके जलस्तर में वृद्धि हुई है। सोईवा नदी खतरे के निशान से 0.9 मीटर तो कुम्हरी नदी खतरे के निशान से 0.3 मीटर नीचे बह रही है।