पटना

बिहारशरीफ: नदियों के जलस्तर में कमी आने से कई इलाकों में बाढ़ से राहत


  • रहुई और सरमेरा का कई इलाका अभी भी बुरी तरह प्रभावित
  • रहुई पावर सब स्टेशन, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, नगर पंचायत कार्यालय अभी भी पानी में डूबा
  • प्रखंड कार्यालय परिसर सहित रहुई बाजार की सड़कों पर बह रही है पानी जबकि गंगाजल उद्धव योजना के पाइपों से बिंद की ओर से आ रहा है पानी

बिहारशरीफ (नालंदा)। समय बीतेने के साथ-साथ जिले के नदियों के जलस्तर में लगातार कमी आ रही है, लेकिन अभी भी कई निचले इलाकों में पानी का दबाव कमा नहीं है। रहुई प्रखंड के पूर्वी उत्तरी भाग, बिंद तथा अस्थावां के उत्तरी क्षेत्र सहित सरमेरा के उत्तरी क्षेत्र में अभी भी बाढ़ की विभिषिका बनी हुई है। तैयार फसलें डूब चुकी है। समयावधि बीतने के साथ हीं पानी में डूबे धान की फसलें अब खराब होने लगी है। हालांकि जिला प्रशासन द्वारा लगातार बाढ़ पीड़ितों की मदद की जा रही है। सड़कों को दुरूस्त किया जा रहा है और खाड़ों की भराई भी की जा रही है।

बीते कल रहुई प्रखंड के लोहरमचक के पास पंचाने नदी में दरार आ गयी। जिलाधिकारी सूचना पाकर इसे तत्काल ठीक करने का निर्देश दिया, जो आज शाम तक भरकर तैयार होने की संभावना है। इधर दूसरी ओर सरमेरा प्रखंड में बीते कल पानी के दबाव के कारण तटबंध में दरार आ गया, जिससे कई गांवों की स्थिति खराब होने लगी है। हालांकि बाढ़ नियंत्रण एवं जल निःस्सरण प्रमंडल बख्तियारपुर द्वारा खाड़ की भराई युद्ध स्तर पर किया जा रहा है।

रहुई में बाढ़ की स्थिति अभी भी भयावह बनी हुई है। पावर सब स्टेशन, नगर पंचायत कार्यालय अभी भी पानी में डूबा है। हालांकि रहुई के ग्रामीण क्षेत्रों में वैकल्पिक व्यवस्था कर बिंद, अस्थावां, हरनौत तथा धमौली पावर सब स्टेशन से कुछ गांवों की बिजली आपूर्ति बहाल की गयी है। अभी भी पावर सब स्टेशन परिसर में तीन से चार फीट तक पानी जमा है। नगर पंचायत कार्यालय के अंदर भी तीन फीट पानी जमा है।

प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रहुई पानी में डूबा हुआ है, जबकि प्रखंड एवं अंचल कार्यालय परिसर में भी बाढ़ का पानी भरा पड़ा है। ग्रामीण क्षेत्रों में अभी भी स्थिति कमोबेश वैसी ही है। गंगाजल उद्धव योजना के तहत बिछाये गये पाइपलाइन में जगह-जगह हवा निकालने के लिए लगाये गये वैक्यूम खुले रहने के कारण बिंद की ओर से कई स्थानों पर पाइपलाइन का वैक्यूम डूबे होने से पानी पाइप के जरिये रहुई के कई इलाकों में पहुंच रहा है। भेंडा, भण्डारी, रामपुर आदि इलाकों में पाइप से तेजी से पानी उपर निकल रहा है।

धान की फसलें पूरी तरह डूबी हुई है। हालांकि कुछेक इलाकों में जलस्तर घटने से फसलें बाहर तो दिखने लगी है लेकिन पत्तियां गलने लगी है। सकरी, पैमार, पंचाने, गोईठवा, जिराईन, कुम्हरी, सोयवा नदियां के जलस्तर में लगातार गिरावट हो रही है, जिससे थोड़ी राहत जरूर मिली है।