पटना

बिहारशरीफ: पंचायत शिक्षक नियोजन में लगने लगा अनियमितता का आरोप


      • चंडी प्रखंड के नरसंडा पंचायत के तीन अभ्यर्थी अपना फोल्डर लेकर ही हुआ फरार ऐसे में पदों को रिक्ति घोषित करने की तैयारी
      • मेघी-नगवां एवं मुरौरा पंचायत के प्रतिनिधियों ने नियोजन में अनियमितता को लेकर डीईओ कार्यालय में किया हंगामा
      • मेघी-नगवां पंचायत की एक अभ्यर्थी ने डीडीसी को ज्ञापन देकर लगाया आरोप कि गलत तरीके से उससे कम अंक वाले का किया गया चयन

बिहारशरीफ (आससे)। पंचायत शिक्षक नियोजन की प्रक्रिया यूं तो बीते कल पूरी हो गयी, लेकिन अब नियोजन में अनियमितता का आरोप लगने लगा है। यह भी मामला सामने आया है कि एक नियोजन इकाई में काउंसेलिंग के बाद चयनित सभी तीन आवेदक अपना फाइल लेकर ही फरार हो गया और अब स्थिति यह हो गयी है कि उक्त नियोजन इकाई में जहां तीन लोगों की नियुक्ति की बात थी उसे रिक्ति घोषित किया जा सकता है। शिक्षक नियोजन में अनियमितता का आरोप लगाते हुए दो पंचायतों के प्रतिनिधियों ने आज जिला शिक्षा पदाधिकारी के कार्यालय में भी हो-हंगामा किया। बताया जाता है कि दोनों नियोजन इकाईयों से संबंधित आवेदकों ने उप विकास आयुक्त के यहां अपनी आपत्ति दर्ज करायी है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार चंडी प्रखंड के नरसंडा पंचायत के पंचायत सचिव ने जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय को सूचित किया है कि उनके नियोजन इकाई में तीन अभ्यर्थियों का काउंसेलिंग के बाद फाइल तैयार हुआ था, लेकिन सर्टिफिकेट सत्यापन के पूर्व वहां प्रतिनियुक्त शिक्षक लौट गये और वह अकेले पड़ गये। इसी बीच चयनित सभी तीन अभ्यर्थियों ने अपना-अपना फोल्डर लेकर नियोजन इकाई से बाहर चली गयी। बताया जाता है कि सभी तीन अभ्यर्थी ईबीसी कोटे के थे। संभावना तो यह भी व्यक्त की जा रही है कि गलत तरीके से शायद लोगों ने आवेदन किया होगा और जांच में पकड़े जाने के भय से फोल्डर लेकर ही फरार हो गये।

इसी बीच आज दोपहर बाद जिला शिक्षा कार्यालय में मेघी नगवां और मुरौरा पंचायत के मुखिया एवं मुखिया प्रतिनिधियों ने नियोजन इकाई में गड़बड़ी के मामले को लेकर हंगामा भी किया। लोगों का आरोप था कि अधिक मार्क्स वाले अभ्यर्थी के होते कम मार्क्स वालों का चयन किया गया है। इस संबंध में उप विकास आयुक्त को मेघी नगवां पंचायत की एक अभ्यर्थी गार्गी कुमारी ने आपत्ति दर्ज करायी है, जबकि मुखिया उर्मिला देवी ने भी शिक्षक काउंसेलिंग में बीडीओ के उपर गड़बड़ी बरतने का आरोप लगाया है। गार्गी का आरोप है कि उसे अधिक अंक था लेकिन उससे कम अंक वाले का गलत तरीके से नियोजन किया गया है।