पटना

बिहारशरीफ: बाढ़ से हुई क्षति का आकलन कर कृषि विभाग ने भेजा रिपोर्ट


दस प्रखंडों के 64 पंचायत और शहरी क्षेत्र के 8 वार्डों में 9842 हेक्टेयर में लगी फसलों को हुआ नुकसान

बिहारशरीफ (नालंदा)। अक्टूबर में जिले में आये तूफान को लेकर आई बाढ़ और बारिश से हुई तबाही के मामले में जिले के किसानों की कमर टूट गयी है। मुख्यमंत्री ने जायजा लेने के बाद पीड़ित किसानों का सर्वे कर रिपोर्ट मांगा था। इस मामले में जिला कृषि विभाग द्वारा आकलन किया जा रहा है। पहले आठ प्रखंडों में कृषि विभाग ने क्षति का आंकलन शुरू किया था, लेकिन अब बाढ़ आपदा पीड़ित 10 प्रखंडों में इसका सर्वे चल रहा है। इन प्रखंडों में 9842 हेक्टेयर में लगी फसलों की क्षति हुई है।

जिले में इस बार बाढ़ की शुरुआत जून-जुलाई से ही हो गयी थी। जुलाई महीने में लोकाईन नदी के आतंक से करायपरशुराय और हिलसा में तबाही मची थी। फसलों का नुकसान हुआ था, लेकिन अक्टूबर माह में सकरी, जिराईन, पंचाने, धनायन, गोईठवा और सोईवा नदी के उफान से बिहारशरीफ, रहुई, सरमेरा, बिंद, अस्थावां, कतरीसराय, हरनौत एवं गिरियक प्रखंडों में फसलों को व्यापक क्षति हुई थी।

जिला कृषि पदाधिकारी की मानें तो 10 प्रखंडों के 64 पंचायतों के किसानों की फसलें इसमें बर्बाद हुई है। बिहारशरीफ के निचले इलाके के आठ वार्डों की फसलें भी क्षति हुई है। बाढ़ के कारण खासकर धान एवं सब्जी को ज्यादा नुकसान पहुंचा है। जिला कृषि पदाधिकारी ने इस क्षति का आकलन का रिपोर्ट वरीय पदाधिकारियों को भेज दिया है। अब जल्द ही किसानों से आवेदन की मांग होगी, जिसे सत्यापन के बाद लाभुकों को मुआवजा दिया जायेगा।