पटना

बिहारशरीफ: यातायात पुलिस को बॉडी वार्न कैमरा एवं स्पीड राडार गन से किया गया लैस


      • स्पीड राडार गन से एक घंटे में 350 से अधिक वाहनों की मापी जा सकेगी गति
      • गति का मापक तोड़ने पर स्पीड राडार गन समय के साथ वाहन के नंबर प्लेट को करेगा प्रिंट

बिहारशरीफ। बिहारशरीफ स्मार्ट सिटी में यातायात व्यवस्था को भी स्मार्ट बनाया जा रहा है। इसी के तहत शनिवार को यातायात पुलिस को बॉडी वॉर्न कैमरा एवं स्पीड रडार गन से लैस किया गया है, जिसमें यातायात पुलिस के कंधे पर ही सीसीटीवी कैमरा लगा रहेगा, जिसके कारण यातायात नियमों का लोग उल्लंघन नहीं कर पायेंगे और उल्लंघन करने वालों को ऑनस्पॉट जुर्माना किया जायेगा।

पायलट प्रोजेक्ट के तहत बिहारशरीफ में यह पहल शुरू की गयी है। जिले को दो बॉडी वॉर्न कैमरा एवं एक स्पीड रडार गन दिया गया है। कैमरे के जरिये वाहन चालकों पर नजर रखी जायेगी एवं बॉडी वॉर्न कैमरा में ट्रैफिक पुलिस कर्मी एवं वाहन चालक की गतिविधि की रिकॉर्डिंग भी हो सकेगा। इतना ही नहीं ड्यूटी पर तैनात जवान द्वारा चालान काटने के बजाय लेन-देन पर भी ब्रेक लगेगा, जबकि स्पीड रडार गन के माध्यम से वाहनों की गति पांच सौ मीटर दूर से हीं मापी जायेगी। अधिक गति वाले चालकों का चालान काटा जायेगा। इस स्पीड गन एवं कैमरा का इस्तेमाल दिल्ली एवं महाराष्ट्र सहित अन्य बड़े शहरों में पुलिस कर रही है।

स्पीड राडार गन दिन हो या रात एक ही क्षमता से काम करेगी। 1 घंटे में इस गन से 350 से अधिक वाहनों का गति मापी जा सकेगी। चिप युक्त इस गन में एक प्रिंटर लगा है, जो गति का मापक तोड़ने के समय के साथ वाहन के नंबर प्लेटों का भी प्रिंट निकाल देगा। जिले में सड़कों पर बाइक की गति की सीमा 40 से 60 एवं अन्य वाहनों की गति की सीमा 40 से 80 किलोमीटर प्रति घंटा रखा गया है। सड़क किनारे आबादी वाले इलाके, मोड़, पुल आदि वाली जगहों पर 30 से 40 किलोमीटर की रफ्तार से ही वाहन चलाने का नियम है।

बताया जाता है कि पहले बिहारशरीफ में ट्रैफिक लाइट की व्यवस्था की गयी और अब बॉडी वॉर्न कैमरा एवं स्पीड राडार गन से यातायात पुलिस को लैस किया गया है। शनिवार को यातायात डीएसपी अरूण कुमार सिंह ने रांची रोड, पचासा के पास स्पीड गन का ट्रायल करते दिखे।