पटना

राजधानी पटना में वेतन मांगने पर युवक को जिंदा जलाया


परिजनों ने जमकर किया बवाल, सडक़ जाम हटाने के लिए लाठीचार्ज

फुलवारीशरीफ। राजधानी पटना के सिपारा आईओसी रोड में रहने वाले एक 22 वर्षीय युवक को सैलरी मांगने पर दुकानदार के द्वारा पेट्रोल छिडक़कर जला देने का मामला शनिवार की शाम तूल पकड़ लिया। गंभीर अवस्था में जले हुए युवक की पीएमसीएच में मौत हो जाने की जानकारी मिलते ही सिपारा में एक मोबाइल दुकानदार के घर के बाहर मृतक युवक के परिजनों और मुहल्लेवालों ने जमकर हो-हल्ला करते हुए बवाल काटा। इतना ही नहीं युवक के परिजन और मुहल्लेवालों ने हंगामा करते हुए सडक़ जाम कर प्रदर्शन करने लगे हंगामा व प्रदर्शन उग्र होता देख मौके पर बेलूर फुलवारी शरीफ, जक्कनपुर समेत आसपास के कई थानों की पुलिस को बुलाना पड़ा।

मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने लाठीचार्ज कर भीड़ को तितर-बितर कर दिया। बेउर थाना के प्रशिक्षु डीएसपी प्रांजल त्रिपाठी के मुताबिक मृतक विकास कुमार के परिजनों ने मोबाइल दुकानदार आदर्श के खिलाफ साजिश के तहत पेट्रोल छिडक़कर जलाकर मार डालने का आरोप लगाया है। फिलहाल दुकानदार फरार हो चुका है। पुलिस मृतक के शव का पोस्टमार्टम कराने और मामले का अनुसंधान में जुट गई है।

घटना के बारे में बताया जाता है कि सिपारा आईओसी रोड स्थित आदर्श कुमार की एचबीएच मोबाइल दुकान में इसी इलाके के निवासी रविंद्र राम का बेटा 22 वर्ष का विकास कुमार काम करता था। आसपास के लोगों ने बताया कि अभी कुछ दिन पूर्व दुकानदार के द्वारा मोबाइल चोरी के आरोप में दुकान के स्टाफ विकास कुमार की जमकर पिटाई किया गया था। बताया जाता है कि पिछले शनिवार को विकास अपने दुकान मालिक आदर्श के पास बकाया 3 माह की सैलरी की मांग करने गया था। जहां दुकानदार आदर्श ने मारपीट के दौरान उसे जान से मारने की धमकी दी। इसके बावजूद विकास अपना पैसा मांगने पर आ रहा था।

पुलिस को दिए गए आवेदन में मृतक के परिजनों ने बताया है कि उसी शनिवार की रात विकास को दुकानदार ने बाईपास स्थित लारा पेट्रोल पंप से पेट्रोल लाने भेजा। वापसी के दौरान दुकानदार ने साजिश के तहत रास्ते में ही दो अन्य लोगों की मदद से पेट्रोल छिडक़कर जला दिया। उसी रात गंभीर हालत में जले हुए अवस्था में विकास अपने घर से पारा पहुंचा। जहां से परिजन उसका इलाज कराने पीएमसीएच लेकर पहुंचे। शनिवार को पीएमसीएच में इलाज के दौरान विकास ने दम तोड़ दिया। विकास की मौत के बाद उसके परिजन और मोहल्ले वाले आक्रोशित हो गए शनिवार की देर शाम विकास के परिजन आदर्श कुमार के मोबाइल दुकान के पास जमकर हो हंगामा करते हुए बवाल करने लगे।

मौके पर मौजूद परिजन उसके सबके साथ विलाप करने लगे घटनास्थल पर मौजूद विकास की मां और अन्य परिवार वालों ने बताया कि मोबाइल दुकानदार आदर्श के यहां विकास का 1000 रुपये बाकी था। महज 1000 रुपये के लिए दुकानदार ने विकास को पेट्रोल छिडक़कर जला दिया। जलने के बाद विकास की स्थिति गंभीर हो गयी तो उसे इलाज के लिए पटना के पीएमसीएच भेजा गया जहां शनिवार की देर शाम उसकी मौत हो गयी। विकास के मौत की सूचना मिलते ही आसपास के लोग उग्र हो गये और आईओसी सिपारा रोड को पूरी तरह जाम कर जमकर प्रदर्शन किया। मामले से गुस्साए हजारों की संख्या में आसपास के लोग सडक़ पर उतर आए और कई जगहों पर तोडफ़ोड़ भी किया।

हालांकि बेउर थाने की पुलिस ने तोडफ़ोड़ के मामले से पूरी तरह इनकार किया है। स्थानीय लोगों का यह आरोप है कि जब तक पुलिस दुकानदार को गिरफ्तार कर हत्या का मामला नहीं दर्ज करती है तब तक वे लोग रोड जाम नहीं खत्म करेंगे। लोगों के आक्रोश को देखते हुए आसपास के दुकानदारों ने धड़ाधड़ अपनी दुकानें बंद करनी शुरू कर दी। घटनास्थल पर लोगों को समझाने पहुंची पुलिस को भी लोगों के कोप भाजन का शिकार बनना पड़ा। बेउर थाना प्रभारी धनंजय कुमार ने बताया कि सन्दिग्ध परिस्थितियों में विकास कुमार जल गया था और आज इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी। इसी को लेकर लोगों का आरोप है कि दुकानदार के द्वारा विकास कुमार को जला दिया गया। उन्होंने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मामले की खुलासा हो सकेगा।

मौत के बाद गुस्साए परिजनों ने शव को सडक़ पर रख कर सडक़ जाम कर दिया और हंगामा करने लगे। सडक़ जाम कर रहे लोग दुकानदार पर हत्या का मुकदमा चलाने और मुआवजे की मांग को लेकर हंगामा कर रहे थे। घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने रोड जाम कर रहे लोगों को समझा-बुझाकर सडक़ से हटाना चाहा तो लोग पुलिस से उलझ गए इसके बाद यहां कई थानों की पुलिस को मंगाया गया आक्रोशित लोग मृतक के डेड बॉडी को लेकर पटना बाईपस रोड की तरह जाम करने के लिए निकले। इसके बाद पुलिस ने लाठी चार्ज कर लोगों को खदेड़ दिया। लाठीचार्ज के बाद पुलिस ने मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज आरोपी दुकानदार की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी शुरू कर दी है।

इस मामले में घटनास्थल पर मौजूद बात करते हुए मृतक विकास की मां कंचन देवी ने बताया कि मरने से पहले उसके बेटे ने बताया था कि दुकानदार आदर्श कुमार ने बकाया 1000 रुपये की मांग को लेकर उसके साथ मारपीट किया और दो अन्य लोगों के साथ मिलकर पेट्रोल छिडक़कर जला दिया। मृतक की मां ने पुलिस प्रशासन पर इस मामले में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है। वही पलिस अधिकारी का कहना है की इस घटना के बारे में मृतक के परिजन उसकी मौत हो जाने के बाद ही जानकारी दिया है।

वहीं बकाया पैसे की मांग को लेकर दुकानदार द्वारा जलाकर मार डालने की घटना के बाद मृतक विकास कुमार के परिजनों में कोहराम मचा हुआ है मृतक की मां और नवविवाहिता पत्नी समेत पूरे परिवार का रो रो कर बुरा हाल हो रहा है बताया जाता है कि विकास की शादी महज 3 माह पहले ही हुई थी।