पटना

बिहारशरीफ: विश्व गौरैया दिवस पर नालंदा कॉलेज में ‘गौरैया संरक्षण एवं संवर्धन’ विषय पर परिचर्चा का आयोजन


बिहारशरीफ (आससे)। शनिवार को विश्व गौरैया दिवस के अवसर पर नालन्दा कॉलेज में गौरैया संरक्षण अभियान, नालन्दा के सहयोग से गौरैया के संरक्षण एवं समवर्धन के लिए एक परिचर्चा का आयोजन किया गया। वहीं कार्यक्रम का विधिवत संचालन प्रख्यात समाजसेवी तथा सद्भावना मंच (भारत) के संस्थापक दीपक कुमार ने किया।

परिचर्चा के बाद अभियान की ओर से गौरैया के लिए एक खूबसूरत घोंसला तथा पानी के लिए मिट्टी के बर्तन को भी अतिथियों के बीच बाँटा गया। गौरैया संरक्षण अभियान के संयोजक राजीव रंजन पांडे ने परिचर्चा की शुरुआत करते हुए अभियान के उद्देश्य एवं उपयोगिता के बारे में विस्तृत रूप से समझाया।

जिला स्वीप आइकोन डॉ आशुतोष कुमार मानव ने कार्यक्रम के लिए आयोजकों को बधाई देते हुए राजीव रंजन को हर सम्भव मदद का भरोसा दिया। मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी शिशिर कुमार मिश्रा ने कहा की गौरैया की संख्या को बढ़ाने के लिए सबको मिलकर प्रयास करना चाहिए जो की हमारा मौलिक कर्तव्य भी है, उन्होंने इस प्रयास के लिए विशेष रूप से राजीव रंजन की सराहना की। बिहारशरीफ के एएसडीम मुकुल पंकज ने वहाँ मौजूद छात्रों से अपील की गौरैया एक सामाजिक रूप से रहने वाल पक्षी है एवं इसके संरक्षण एवं समवर्धन के लिए सरकार लगातार प्रयासरत है।

इतिहास विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ रत्नेश अमन ने अपने घरों एवं आसपास ऐसे माहौल बनाने की अपील की जिससे इनकी संख्या बढ़ सके। हिंदी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ श्याम सुंदर प्रसाद ने अभियान के प्रयास की सराहना करते हुए कहा की हम पेड़ पौधे ज्यादा लगाए जिससे उनको रहने का समुचित स्थान मिल सके। राजनीति विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ बिनित लाल ने इसकी कम होती संख्या के लिए किटनाशकों का अत्यधिक प्रयोग तथा खुले में पानी की कमी का होना बताया।

उन्होंने कहा युवा शक्ति के साझा प्रयास से पारिस्थितिकी में आ रहे असंतुलन को कम किया जा सकता है जिससे आने वाली पीढ़ी गौरैया जैसी सुंदर पक्षी देखने से वंचित ना हो। डॉ प्रभास कुमार एवं डॉ ध्रुव कुमार ने इसकी संख्या में कमी की मुख्य वजह पानी को मानते हुए कहा की गर्मी के दिनों हम सभी को खुले में पानी रखनी चाहिए।

कार्यक्रम का संयोजन अभियान से जुड़े हुए जाने माने समाजसेवी सद्भावना मंच (भारत) के संस्थापक दीपक कुमार ने किया। जिसमें कॉलेज के विभिन्न विभागों के छात्रों एवं छात्राओं ने भी अपने विचार रखे। कार्यक्रम में कॉलेज के शिक्षक डॉ मंजूश्री प्रसाद, डॉ मंजु कुमारी, डॉ शशांक शेखर झा, डॉ सुमित कुमार, डॉ शहीदुर रहमान, डॉ नजमुल हसन, संगीता कुमारी, पिंकी कुमारी, इशिका कुमारी आदि उपस्थित रहे।