भाजपा कृषि उत्पाद संगठन की हुई कार्यशाला, कई मंत्री और पार्टी पदाधिकारी जुटे
(आज समाचार सेवा)
पटना। कृषि उत्पाद संगठन से किसानों को शत-प्रतिशत लाभ मिलेगा। इसका सही ढंग से प्रबंधन हो सके इसके लिए ईपीओ जरुरी है। मछली पालन, मुर्गी पालन, बकरी पालन, औषधीय खेती, मसालों की खेती और बागबानी जैसी महत्वपूर्ण इकाइयों के संबर्धन एवं प्रोत्साहन का भरपूर अवसर प्रदान करता है ईपीओ।
उक्त बातें भाजपा अध्यक्ष संजय जायसवाल ने कहीं। वे भाजपा कार्यालय में कृषि उत्पाद संगठन के निर्माण के लिए आयोजित कार्यशाला में बोल रहे थे। कार्यशाला की अध्यक्षता ईपीओ प्रभारी अखिलेश सिंह कर रहे थे।
उन्होने कहा कि ईपीओ का निर्माण प्रधानमंत्री का ड्रीम प्रोजेक्ट है, जो किसानों की आमदनी बढ़ाने एवं कृषि कार्यों में नये अनुसंधान को शामिल करने के साथ ही, उत्पादन, भंडारण, प्रसंस्करण, विपणन की समुचित व्यवस्था है। कार्यशाला में जिलों के किसान प्रगतिशील किसान के रूप में शामिल हुए। उन्होंने कृषि के नये आयामों के विषय में जानकारी दी गयी। आयोजन में कुछ ऐसे किसान जो उच्च शिक्षा प्राप्त करने के बाद कृषि को रोजगार के सबसे सशक्त माध्यम मानते हुए अपनी आमदनी काफी बढ़ायी है, उन्होंने अपने अनुभव शेयर किये।
कृषि मंत्री अमरेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि जोत कम होने और लगातार जनसंख्या वृद्धि के कारण उत्पादन पर बढ़ रहे दबाव को देखते हुए सामुहिक खेती की सहमति को कृषि उत्पाद संगठन बल प्रदान करता है, जिसके कारण कृषि लागत कम हो जाती है और किसानों की आमदनी बढऩे की गारंटी होती है। जलवायु परिवर्तन के कारण पानी की उपलब्धता के असंतुलन और अन्य चुनौतियों को देखते हुए कृषि कार्य हेतु दक्षता प्राप्त व्यक्तियों की देखरेख में ही कृषि कार्य लाभकारी हो सकते हैं, जिसके लिए कृषि उत्पाद संगठन उचित माध्यम है।
इस मौके पर लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण मंत्री रामप्रीत पासवान, सचेतक जनक सिंह, हरि भूषण ठाकुर बचौल, निशा सिंह, डा. मुरली मोहन झा, डा. रामचंद्र प्रसाद, जय प्रकाश यादव, वीरेन्द्र पासवान, पूर्व विधायक विनय सिंह, संजीव यादव, प्रभात मिश्र, राम दयाल कुशवाहा, रविकांत तिवारी, शिवेंद्रधारी सिंह, अनिल सिंह और ब्रज मोहन सिंह आदि मोजूद थे।