पटना

बिहार के 101 व्यापारी भाजपा व्यापार प्रकोष्ठ से जुड़ेंगे


  • मार्च में होगा व्यापारियों का महासम्मेलन
  • व्यापारी वर्ग वैचारिक रूप से जुड़े हैं बीजेपी से : नित्यानंद

पटना (आससे)। भाजपा व्यापार प्रकोष्ठ संगठन से १०१ व्यापारियों को जोड़ेंगे। यह निर्णय आज पटना में हुई प्रकोष्ठ की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में लिया गया। बैठक में केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने कहा कि जब लालू यादव की सरकार थी, बिहार के बड़े व्यापारी पलायन कर गये थे। एनडीए की सरकार बनने के बाद वे बिहार की ओर मुखातिब हुए। बिहार में आज व्यापारी खुद को सुरक्षित महसूस कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि व्यापारी एक संस्था है, जो समाज को आर्थिक रूप से मजबूती प्रदान करता है। व्यापारी वर्ग वैचारिक रूप से भाजपा से जुड़े हैं।

पथ निर्माण मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि टूकड़े-टूकड़े में बंटे व्यापारियों को भाजपा ने एक जुट करने का काम किया। सूबे में अमन-चेन और कानून- व्यवस्था बनाये रखने को सरकार प्रतिबद्ध है। आज बिहार में किसी भी व्यापारी को डरने की जरूरत नहीं है। एनडीए शासन में व्यापारियों को डरने की जरूरत नहीं है। पूर्व केन्द्रीय मंत्री शाहनवाज कहा कि भाजपा की सरकार बनवाने में व्यापारियों का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि व्यापारी प्रकोष्ठ की पहचान व्यापारियों से हुई है। प्रकोष्ठ ने पार्टी की नीति और नियत को पहुंचाने का काम किया है।

जनसंघ-भाजपा ने व्यापारियों के मुद्दे को सरकार और प्रशासन तक उठाने का काम किया है। एनडीए सरकार व्यापारियों का खास ध्यान रख रही है। बिहार सरकार व्यापारियों को हर तरह की सहायता देने के लिए तैयार है। संगठन महामंत्री नागेन्द्र जी ने कहा कि व्यापार प्रकोष्ठ को मंडल स्तर तक ले जाने की जरूरत है। आनेवाले दिनों में राम मंदिरके निर्माण में व्यापारियों का अहम योगदान होगा। सह संगठन महामंत्री शिवनारायण महतो ने कहा कि हरेक छोटे- छोटे व्यापारियों को इस संगठन से जोडऩे का काम होना चाहिए।

प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक बबलू गुप्ता ने कहा कि जनवरी-फरवरी में सभी जिलों में प्रकोष्ठ  की बैठकें होंगी। फरवरी में सूबे के १३ जगहों पर प्रकोष्ठ की प्रमंडलीय बैठकें होंगी। वहीं, मार्च में सुशील चौधरी, राजेश वर्मा, पूनम शर्मा, अखिलेश कुमार सिंह, अशोक भट्ट, राकेश सिंह, राजेश झा राजू, शशि शेखर झा, धर्मेन्द्र शाह, पवन प्रकाश, संजय काबरा, विकास कुमार, कमलजीत सिंह, पुरुषोत्तम कुमार, प्रणेश राय, सुजीत चौधरी, ऋषभ देव सिंह, अतुल लोहानी, नारायण ओझा, पंकज पोद्दार, प्रेम पंकज, उषा दूबे और अभय कुमार अमन आदि भी मौजूद थे।