पटना

बिहार बोर्ड मैट्रिक रिजल्ट: दाउदनगर की रामायणी बनी स्टेट टॉपर


सानिया एवं विवेक का सूबे में दूसरा स्थान, मैट्रिक में टॉप फाइव में बेटियों का दबदबा

      • टॉप टेन के 47 विद्यार्थियों में 15 बेटियां
      • 88 फीसदी छात्र-छात्राओं ने लहराया सफलता का परचम

(आज शिक्षा प्रतिनिधि)

पटना। राज्य में मैट्रिक की परीक्षा में औरंगाबाद जिले के दाउदनगर के पटेल हाई स्कूल की छात्रा रामायणी रॉय 487 अंक प्राप्त कर स्टेट टॉपर बनी हैं। नवादा जिले के रजौली के प्रोजेक्ट गर्ल्स हाई स्कूल की छात्रा सानिया कुमारी एवं मधुबनी जिले के परसाही लदनिया के न्यू अपग्रेड हाई स्कूल के विवेक कुमार ठाकुर 486 अंक लाकर संयुक्त रूप से दूसरे स्थान पर हैं। औरंगाबाद के गोह के उत्क्रमित मिडिल बाजार वर्मा की छात्रा प्रज्ञा कुमारी 485 अंक लाकर तीसरे स्थान पर हैं। पटना जिले के खुशरूपुर के महादेव हाई स्कूल की छात्रा निर्जला कुमारी 484 अंक लाकर चौथे स्थान पर रही हैं। भोजपुर जिले के अगिआंव के सर्वोदय हाई स्कूल के छात्र अनुराग कुमार, जमुई जिले के मिर्जागंज उत्क्रमित मिडिल स्कूल के छात्र सुसेन कुमार एवं उच्च माध्यमिक विद्यालय केराय के छात्र निखिल कुमार 483 अंक लाकर संयुक्त रूप से पांचवें स्थान पर हैं। खास बात यह है कि टॉप फाइव में आने वाले आठ विद्यार्थियों में चार बेटियां हैं। टॉप टेन की बात करें, तो टॉप टेन में शामिल 47 विद्यार्थियों में  15 बेटियां हैं।

दाउदनगर के पटेल हाई स्कूल की छात्रा रामायणी रॉय

शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने गुरुवार को शिक्षा विभाग के डॉ. मदन मोहन झा स्मृति सभागार में बिहार बोर्ड (बिहार विद्यालय परीक्षा समिति) की मैट्रिक की परीक्षा का रिजल्ट जारी किया। इस अवसर पर शिक्षा विभाग के अपर मुख्यसचिव संजय कुमार एवं बिहार बोर्ड के अध्यक्ष आनन्द किशोर उपस्थित थे। मैट्रिक की परीक्षा में 79.88 प्रतिशत परीक्षार्थी उत्तीर्ण घोषित हुए हैं। देश भर के परीक्षा बोर्डों में मैट्रिक की परीक्षा सबसे लेने एवं सबसे पहले रिजल्ट देने वाला बिहार बोर्ड पहला बोर्ड है।


4,24,597 को मिला फर्स्ट डिवीजन

पटना (आशिप्र)। राज्य में मैट्रिक की परीक्षा में शामिल 16 लाख 11 हजार 99 परीक्षार्थियों में 12 लाख 86 हजार 971 परीक्षार्थी उत्तीर्ण घोषित हुए हैं। इनमें 4 लाख 24 हजार 597 परीक्षार्थियों को प्रथम श्रेणी मिला है। प्रथम श्रेणी प्राप्त करने वालों में 2 लाख 54 हजार 482 छात्र एवं 1 लाख 70 हजार 115 छात्राएं हैं। 5 लाख 10 हजार 411 परीक्षार्थियों को द्वितीय श्रेणी मिला है। इनमें 2 लाख 63 हजार 553 छात्र एवं 2 लाख 46 हजार 858 छात्राएं हैं। 3 लाख 47 हजार 637 परीक्षार्थियों को तृतीय श्रेणी मिला है। इनमें 1 लाख 57 हजार 968 छात्र एवं 1 लाख 89 हजार 669 छात्राएं हैं। 4 हजार 326 परीक्षार्थी सिर्फ पास हुए हैं। इनमें 2 हजार 107 छात्र एवं 2 हजार 219 छात्राएं हैं।मैट्रिक की परीक्षा में 16 लाख 11 हजार 99 परीक्षार्थी शामिल हुए, जिनमें 8 लाख 20 हजार 179 छात्र एवं 7 लाख 90 हजार 920 छात्राएं थीं। इनमें 6 लाख 78 हजार 110 छात्र एवं 6 लाख 8 हजार 861 छात्राएं हैं।


छठे स्थान पर आठ विद्यार्थी हैं, जिन्हें 482 अंक मिले हैं। इनमें भोजपुर के शाहपुर पटी के निर्मला शिक्षा भवन हाई स्कूल की मुस्कान खातुन, जमुई के सिमुलतला आवासीय विद्यालय की प्रिया राज, भागलपुर के प्रताप नगर के हाई स्कूल पुनामा की अंशु कुमारी, समस्तीपुर के चैता के आर. रामाज्ञा हाई स्कूल के सत्यम कुमार, भोजपुर के बिहियां के यूनिवर्सल टेन प्लस टू पब्लिक स्कूल की रिंकी कुमारी, शिवहर के कटसारी के उत्क्रमित माध्यमिक स्कूल के मो. मौसम रजा एवं पटना के फतुहा हाई स्कूल के जैकी कुमार शामिल हैं।

सातवें स्थान पर तीन विद्यार्थी हैं, जिन्हें 481 अंक मिले हैं। इनमें औरंगाबाद के अनुग्रह इंटर स्कूल के शंभु कुमार, नालंदा के नूरसराय हाई स्कूल के शिवम ब्रजराज एवं मुंगेर के टाउन हाई स्कूल के मो. हारीस एराज  शामिल हैं।

आठवें स्थान पर पांच विद्यार्थी हैं, जिन्हें 480 अंक मिले हैं। इनमें शिवहर के एसआरकेजे हाई स्कूल खुशहर के रोहित कुमार, जमुई के सिमुलतला आवासीय विद्यालय के सत्यम सारथी, भागलपुर के एन.के. हाई स्कूल झंडापुर की श्वेता भारती, गया के एस. बी. एस. हाई स्कूल इस्माइलपुर के रंधीर कुमार एवं समस्तीपुर के नरहन के जे.पी.एन. हाई स्कूल के अविनाश कुमार शामिल हैं।


कीर्तिमान : 27 दिनों में रिजल्ट

पटना (आशिप्र)। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने मार्च में ही मैट्रिक का परीक्षाफल जारी कर नया कीर्तिमान स्थापित किया है। यह पहला अवसर है, जब मैट्रिक का परीक्षाफल मार्च में ही जारी हुआ है। इसके लिए शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनन्द किशोर एवं उनकी टीम को बधाई दी है। मैट्रिक परीक्षा का अब तक का यह फास्टेट रिजल्ट है। इसके पहले बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने वर्ष 2021 में पांच अप्रैल को एवं 2019 में छह अप्रैल को मैट्रिक का रिजल्ट जारी किया था। दरअसल, बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने विगत वर्षों में अपनी परीक्षा प्रणाली में आधुनिक तकनीक का प्रयोग करते हुए कई महत्वपूर्ण सुधार किया है। इसके फलस्वरूप वर्ष 2019 से लगातार चौथे वर्ष 2022 में इंटरमीडिएट वार्षिक परीक्षा की भांति ही मैट्रिक वार्षिक परीक्षा का परीक्षाफल देश के अन्य परीक्षा बोर्डों की तुलना में पहले जारी किया है। तकनीक आधारित सुधारों का परिणाम है कि इस वर्ष 2022 में 16.11 लाख से भी अधिक विद्यार्थियों का रिजल्ट मात्र 27 दिनों में प्रकाशित किया गया है, जो कीर्तिमान है। मैट्रिक की परीक्षा 24 फरवरी को समाप्त हुई। पांच मार्च से कॉपियों की जांच शुरू हुई। 96 लाख कॉपियों एवं 96 लाख ओएमआर शीट की जांच करते हुए 27 दिनों में रिजल्ट घोषित किया गया है।


नौवें स्थान पर सात विद्यार्थी हैं, जिन्हें 479 अंक मिले हैं। इनमें औरंगाबाद के गोह के प्रोजेक्ट गल्र्स हाई स्कूल की तृप्ति राज, किशनगंज के हाई स्कूल तुलसिया के सावन कुमार सिन्हा, पटना के खगौल के घनश्याम बालिका हाई स्कूल की सोनाली कुमारी, जमुई के सिमुलतला आवासीय विद्यालय के राजीव कुमार, लखीसराय के हाई स्कूल नंदनामा के सौरव कुमार, मुंगेर के टाउन हाई स्कूल के निशांत राज एवं कैमूर के अधौरा के उत्क्रमित माध्यमिक स्कूल अतुल कुमार सिंह शामिल हैं।

10वें स्थान पर 16 विद्यार्थी हैं, जिन्हें 478 अंक मिले हैं। इनमें नवादा के गर्ल्स हाई स्कूल लाउंद की मुस्कान कुमारी, गया के कबर कोच के उत्क्रमित हाई स्कूल के रंजय कुमार, जमुई के सिमुलतला आवासीय विद्यालय के आयुष कुमार एवं ऋषिकांत कुमार, रोहतास के उत्क्रमित हाई स्कूल गंगौली देहारी के त्रिवेणी नारायण प्रिय, गया के जग्गुलाल मेहता हाई स्कूल कुजापी के चंदन कुमार, बांका के कटोरिया के उत्क्रमित माध्यमिक स्कूल इनरांव के परमानंद यादव, गोपालगंज के ए. एन. स्मारक हाई स्कूल सिरसा के मो. सैफ अली, शिवहर के प्रोजेक्ट गल्र्स हाई स्कूल की प्रियांशु कुमारी, लखीसराय के आर. लाल चानन हाई स्कूल लाखोचक के सचिन कुमार, मुंगेर के बरियारपुर के एस. गल्र्स हाई स्कूल महादेवा की खुशी कुमारी, पश्चिमी चंपारण के आर. एन. हाई स्कूल केहुनिया के हिमांशु शेखर, सहरसा के जी. एस. हाई स्कूल के गोपाल कुमार तथा नालंदा के हाई स्कूल बेनार की ज्योति कुमारी शामिल हैं।