पटना

बिहार में लगा नाइट कर्फ्यू, दुकानें शाम 6 बजे तक खुलेंगी


पटना।  बिहार में बेकाबू हो चुके कोरोना संक्रमण को लेकर मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार की क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप के संग हुई बैठक अब खत्म हो गई है। यह बैठक एक अणे मार्ग स्थित मुख्यमंत्री सचिवालय के संवाद में चार घंटे से अधिक देर तक चली। बिहार के दोनों सीएम तारकिशोर प्रसाद व रेणु देवी के अलावा स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जुड़े थे।

इनके अलावा सभी जिलों के डीएम और एसपी भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ बैठक में जुड़े थे। इसके बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मीडिया को इसकी डिटेल्स जानकारी दी। फिलहाल पूर्ण लॉकडाउन लागू नहीं किया गया है। लोगों को किसी तरह की दिक्कत नहीं होने दी जाएगी।

कोरोना संकट पर हुई बैठक के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि कोरोना संक्रमण की रफ‍्तार काफी तेज है। मरीजों के पिछले साल का रिकॉर्ड शनिवार को ही टूट गया। आज तो एक बार फिर सर्वाधिक मरीजों का आंकड़ा सामने आया है। आज बिहार में 8690 नए कोरोना के नए मरीज मिले हैं। होम क्वारंटाइन, क्वारंटाइन सेंटर से लेकर आरटीपीसीआर, मास्क आदि तक पर विचार किया गया है। बिहार में पूर्ण लॉक डाउन नहीं लगाया गया है।

शिक्षण संस्थानों को 15 मई तक बंद रखने का निर्णय लिया गया है। राज्य में किसी भी तरह की परीक्षाएं नहीं ली जाएंगी। सभी सरकारी-गैर सरकारी कार्यालय शाम 5 बजे तक ही खुलेंगे। सिनेमा हॉल, मॉल, क्लब, जिम, स्वीमिंग पुल, पार्क और उद्यानों को भी 15 मई तक के लिए बंद किया गया है। सीटीपीसीआर की रिपोर्ट अब समय पर मिलेगी। स्वास्थ्य​कर्मियों को पिछली साल की तरह एक माह का अतिरिक्त वेतन मिलेगा।

गौरतलब है कि आज क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की चली मैराथन मीटिंग के पहले कल शनिवार को दिन में राज्यपाल फागू चौहान के साथ सर्वदलीय बैठक हुई थी। बैठक के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा था कि रविवार को सभी जिलों के डीएम-एसपी के साथ बैठक के बाद जो निर्णय लिये जाएंगे, वह आखिरी निर्णय होंगे। आगे जैसी परिस्थिति बनेगी, उसके आधार पर निर्णय लिये जाएंगे।

इस बैठक में जेडीयू, बीजेपी, आरजेडी, कांग्रेस, वामदल, हम, वीआइपी समेत तमाम दलों के प्रतिनिधियों ने अपने-अपने स्तर से सरकार को सुझाव दिए थे। इसके पहले शुक्रवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अधिकारियों के साथ कोरोना संकट पर हाईलेवल मीटिंग की थी। उस दिन भी उन्होंने कहा था कि 18 अप्रैल को कोई बड़ा फैसला लिया जाएगा।

दरअसल, बिहार में कोरोना की दूसरी लहर का महाविस्फोट जारी है। कल शनिवार को भी सूबे में रिकॉर्ड 7870 नए कोरोना मरीज मिले थे। 2020 और 2021 का यह​ सबसे आंकड़ा है। इसके साथ ही बिहार में एक्टिव केसों की संख्या 39497 पर पहुंच गई है। यही रफ्तार रही तो एक्टिव केसों को 50 हजार को पार करने में देर नहीं लगेगी।