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- विस में पहली बार राष्ट्रगान से शुरू हुई कार्यवाही
- विजेंद्र ने पेश किया बिहार तकनीकी सेवा आयोग संशोधन विधेयक
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(आज समाचार सेवा)
पटना। विधानसभा के इतिहास में पहली बार राष्ट्रगाण के साथ कार्यवाही शुरू हुई। राष्ट्रगान के बाद भाजपा के संजय सरावगी ने भारत माता की जय तो माले के महबूब आलम समेत अन्य ने इंकलाव जिन्दावाद के नारे लगाये। थोड़ी देर के लिए पक्ष और विपक्ष के बीच उत्तेजना फैल गयी। उत्तेजना फैलते देख स्पीकर विजय कुमार सिन्हा ने शोक प्रस्ताव पढऩा शुरू कर दिया। थोड़ी देर के बाद स्थिति सामान्य हो गयी।
प्रभारी मंत्री सामान्य प्रशासन विभाग ने बिहार तकनीकी सेवा आयोग संशोधन विधेयक २०२१ को सदन में पेश किया। इसके अलावा बिहार निजी विश्वविद्यालय संशोधन विधेयक २०२१ तथा बिहार भूमि दाखिल खारिज संशोधन विधेयक २०२१ को सदन के पटल पर रखा गया। इन विधेयकों पर ३०नवंबर व एक दिसंबर को संक्षिप्त चर्चा के बाद पारित कराया जायेगा। भाजपा के संजय सरावगी ने सदन के अंदर आजादी के ७५ वें वर्ष में अमृत महोत्सव पर चर्चा कराने की मांग की।
विधानसभाध्यक्ष ने कार्यवाही शुरू होते ही अध्यासी सदस्य के रुप में भाजपा के प्रेम कुमार, जदयू के नरेंद्र नारायण यादव, राजद के अवध बिहारी चौधरी, कांग्रेस के आफाक आलम तथा हम की ज्योति देवी के मनोनयन किये जाने की सूचना दी। कार्यमंत्रणा समिति के रुप में विधानसभाध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद एवं रेणु देवी, संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, ऊर्जा मंत्री विजेंद्र प्रसाद यादव, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव, कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता अजित शर्मा, विशेष आमंत्रित सदस्य के रुप में माले विधायक दल के नेता महबूब आलम, एआइएमएम के अख्तारुल इमान, सीपीएम के रामरतन सिंह तथा वीआइपी की स्वर्णा सिंह को सदस्य के रुप में मनोनीत किया गया है। नियमानुसार विधानसभाध्यक्ष समिति के सभापति तथा विधानसभा के सचिव इसके सदस्य सचिव होते हैं।
इससे पूर्व विधानसभा की कार्यवाही शुरू होने के पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एवं संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी ने स्पीकर के कक्ष में जाकर उन्हें फूलों का गुलदस्ता देकर स्वागत किया। बाद में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव ने भी विधानसभाध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा के कक्ष में जाकर गुलदस्ता सौंप उनका स्वागत किया। विधानसभा सचिव शैलेश कुमार सिंह ने मॉनसून सत्र के दौरान विधानमंडल से पारित विधेयकों पर राज्यपाल से मंजूरी मिलने के बाद अभिप्रमाणित प्रति को सदन के पटल पर रखा।
जिन विधेयकों की अभिप्रमाणित प्रति रखी गयी उनमें बिहार विनियोग विधेयक संख्या ३ २०२१, बिहार राजकोषीय बजट प्रबंधन विधेयक २०२१, बिहार माल एवं सेवा कर विधेयक संख्या तीन, बिहार राज्य पंचायती राज संशोधन अधिनियम २०२१, बिहार आर्यभट्ट विश्वविद्यालय संशोधन विधेयक २०२१, बिहार स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय विधेयक २०२१, बिहार अभियंत्रण विज्ञान विश्वविद्यालय विधेयक २०२१ तथा बिहार खेल विश्वविद्यालय विधेयक २०२१ हैं।