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बेंगलुरु नगर निगम ऑफिस में आग लगने के मामले में दो लोगों को हिरासत में लिया गया डीके शिवकुमार


 

बेंगलुरु, । कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी के शिवकुमार (Karnataka Deputy Chief Minister D K Shivakumar) ने शनिवार को कहा कि पुलिस ने बेंगलुरु नगर निगम कार्यालय (Bengaluru municipal Corporation’s office) में आग लगने के मामले में दो लोगों को हिरासत में लिया है। ये सभी घटना के बाद भाग गए थे। आग लगने से नौ लोग घायल हो गए थे।

पुलिस ने शुरू की जांच

बेंगलुरु विकास विभाग संभालने वाले शिवकुमार ने कहा कि पुलिस ने शुक्रवार को सिविक एजेंसी की गुणवत्ता नियंत्रण प्रयोगशाला में आग लगने की घटना की जांच शुरू कर दी है। उन्होंने कहा,

पुलिस को मामला दर्ज करना होगा और जांच करनी होगी। दो लोग भाग गए थे। उन्हें हिरासत में लिया गया है। वे (बीबीएमपी) कर्मचारी हैं। वे आग लगने के तुरंत बाद भाग गए। वे घटना के तुरंत बाद आग बुझा सकते थे, क्योंकि सुरक्षा उपकरण वहां उपलब्ध थे। जब तक वे सीढ़ियों से नीचे भागे, ऊपरी मंजिल पर मौजूद अन्य लोग फंस गए थे।

‘एक साथ चल रही तीन जांच’

डिप्टी सीएम ने कहा कि तीन जांच एक साथ चल रही हैं- एक बीबीएमपी द्वारा विभागीय जांच, दूसरी पुलिस जांच और तीसरी इलेक्ट्रिकल इंस्पेक्टरेट द्वारा जांच करना कि क्या आग शॉर्ट सर्किट के कारण लगी थी। उनके मुताबिक,

क्वालिटी कंट्रोल लैब दस्तावेजों को रखने की जगह नहीं थी, लेकिन फिर भी ऐसा किया गया। इसके लिए किसे दोषी ठहराया जाए? दुर्घटना पहले ही हो चुकी है। हमें घायलों को सबसे अच्छा इलाज मुहैया कराना है। हम इस लैब को कहीं और स्थानांतरित कर देंगे।

ग्रुप-डी कर्मचारी से की जा रही पूछताछ

  • बेंगलुरु सेंट्रल डिविजन के डीसीपी श्रीनिवास गौड़ा ने पत्रकारों को बताया कि वहां मौजूद ग्रुप-डी के एक कर्मचारी से पूछताछ की जा रही है। उन्होंने कहा कि हमने दो लोगों को हिरासत में लिया है।
  • गौड़ा ने कहा कि प्रथम दृष्टया ऐसा प्रतीत होता है कि आग अत्यधिक ज्वलनशील पदार्थ बेंजीन के कारण लगी, जिसका उपयोग डामर की ताकत का परीक्षण करने के लिए किया जाता है।
  • गौड़ा के मुताबिक, एफएसएल टीम और वैज्ञानिक अधिकारी मौके पर पहुंचे और सबूत जुटाए।
  • यह घटना कांग्रेस सरकार द्वारा 2019 से 2023 तक भाजपा शासन के दौरान बृहत बेंगलुरु महानगर पालिका (बीबीएमपी) में सभी कार्यों की न्यायिक जांच के आदेश के कुछ दिनों बाद हुई। इसके अलावा, सरकार ने आइएएस अधिकारियों की अध्यक्षता में चार पैनल बनाए।
  • मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और डीसीएम शिवकुमार के अनुसार, नौ घायलों के चेहरे और हाथ जल गए हैं।

भाजपा ने ट्वीट डिलीट करने को लेकर कांग्रेस पर साधा निशाना

कर्नाटक में कांग्रेस को आग दुर्घटना पर अपने ट्वीट के लिए आलोचना का सामना करना पड़ा, जिसे बाद में उसने हटा दिया। घटना के कुछ मिनट बाद कर्नाटक कांग्रेस ने अपने आधिकारिक हैंडल से ट्वीट कर कहा कि आग की घटना कोई दुर्घटना नहीं बल्कि एक साजिश थी।

इस बीच, बीजेपी विधायक बसनगौड़ा पाटिल यत्नाल ने ट्वीट किया कि कांग्रेस का ट्विटर हैंडल बिल्कुल कांग्रेस पार्टी की तरह है, जो आरोप लगाने के बाद भाग जाती है। पाटिल ने ट्वीट किया, ”बेलगाम अयोग्य लोग जो मन में आता है, लिख देते हैं और जब हम उनकी प्रामाणिकता पर सवाल उठाते हैं तो वे ट्वीट हटा देते हैं और भाग जाते हैं।”

पाटिल ने यह भी कहा, “क्या कोई महान व्यक्ति नहीं था जिसने कहा था कि फर्जी खबरें फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी? वह कहां गायब हो गए?”