पटना

बेगूसराय: दो शिक्षको के नियोजन रद्द, एक शिक्षिका से स्पष्टीकरण


बेगूसराय (आससे)। बकरे की मां कब तक खैर मनाएगी, उक्त कहावत उन फर्जी शिक्षकों के लिए सटीक बैठता है जो फर्जी प्रमाण पत्र पर बहाल हुए हैं। बताते चलें कि फर्जी प्रमाण पत्र पर बहाल हुए दो शिक्षकों का नियोजन रद्द करने का जिला शिक्षा पदाधिकारी ने आदेश दिया है तो वहीं एक शिक्षिका से स्पष्टीकरण की मांग की है।

दोनों शिक्षक व शिक्षिका तेघड़ा प्रखंड के धनकौल नियोजन इकाई के हैं। इस संबंध में जिला शिक्षा पदाधिकारी ने पत्र लिखकर धनकौल नियोजन इकाई को आदेश दिया है कि दोनों शिक्षकों का नियोजन रद्द करते हुए कार्यालय को इसकी सूचना दें। बताते चलें कि बिचली मलाही बाढ़ पटना के विशाल कुमार ने आर्थिक अपराध इकाई पटना के एसपी को पत्र भेजकर शिकायत किया था कि फर्जी प्रमाण पत्र पर शिक्षक की बहाली हुई है। जिसके बाद आर्थिक अपराध इकाई पटना ने डीएम को इस संबंध में पत्र भेजकर उक्त मामले में जांच कराकर सूचना देने को कहा था।

आर्थिक अपराध इकाई पटना ने अपने पत्र में कहा था कि आवेदक विशाल कुमार ने आरोप लगाया है कि बेगूसराय के तेघड़ा के धनकौल पंचायत के प्राथमिक विद्यालय पासवान टोल में शिक्षक पद पर सुनील कुमार, धनंजय कुमार और राजकुमारी देवी द्वारा जो टीईटी के प्रमाण पत्र में दाखिल गया है, वह फर्जी है। जिसके बाद जिला शिक्षा पदाधिकारी ने तीनों शिक्षकों से स्पष्टीकरण पूछते हुए सभी कागजात के साथ कार्यालय में उपस्थित होने का आदेश दिया। जिसमें सुनील कुमार उपस्थित ही नहीं हुए। जबकि धनंजय कुमार ने जो कागजात दिखाए व मिलान करने पर फर्जी पाया गया। जबकि शिक्षिका से अभी स्पष्टीकरण ही पूछा गया है।

डीईओ ने कहा है कि शिक्षकों का टीईटी प्रमाण पत्र जांच प्रतिवेदन इस कार्यालय में उपलब्ध कराया गया जिसमें सुनील कुमार प्राथमिक विद्यालय पासवान टोल के प्रमाण पत्र संख्या नहीं मिला जिसके बाद सुनील कुमार से स्पष्टीकरण पूछा गया। वही  सुनील कुमार के द्वारा  शैक्षणिक व प्रशैक्षणिक प्रमाण पत्र और प्रवेश पत्र सहित अन्य कागजात के साथ सुनील कुमार को 22 जून 2021 को कार्यालय में उपस्थित होने का निर्देश दिया गया था। साथ ही प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी तेघड़ा और सहायक लेखापाल सह डाटा एंट्री ऑपरेटर को भी निर्धारित तिथि को उपस्थित रहने का निर्देश दिया गया था।

लेकिन सुनील कुमार निर्धारित तिथि को अनुपस्थित रहे। इसके बाद 19 अगस्त को दोबार उपस्थित होने का आदेश दिया गया। अंत में  जब सुनील कुमार 24 अगस्त को भी उपस्थित नहीं हुए तो डीईओ ने पंचायत सचिव को नियोजन रद्द करने का आदेश जारी किया है। डीईओ ने कहा है कि सुनील कुमार को तीन बार मौका दिया गया था, तीसरी बार आदेश के बावजूद सुनील कुमार कागजात के साथ उपस्थित नहीं हुए। उन्होनें कहा कि पर्याप्त अवसर दिए जाने के बावजूद सुनील कुमार अपना पक्ष नहीं रख सके, साथ ही उनके द्वारा फर्जी टीईटी प्रमाण पत्र के आधार पर नियोजन पाया गया है।

इसी प्रकार फर्जी टीटी प्रमाण पत्र पर कार्यरत पंचायत शिक्षक धनंजय कुमार प्राथमिक विद्यालय बनहारा पासवान टोल का नियोजन रद्द करने का आदेश डीईओ ने दिया है। इस संबंध में 15 जून को धनंजय कुमार को सभी शैक्षणिक व प्रशैक्षणिक सहित अन्य प्रमाण पत्र के साथ कार्यालय में बुलाया गया। जिसके बाद धनंजय कुमार के द्वारा उपलब्ध कराए गए टीईटी अंक पत्र के अलावे पिता का नाम, दिव्यांगता प्रमाण पत्र में अंतर पाया गया।

जिसके बाद धनंजय कुमार को दूसरी बार स्पष्टीकरण पूछा गया। लेकिन धनंजय कुमार के द्वारा अपना पक्ष उपलब्ध नहीं कराने के बाद नियोजन इकाई को पत्र लिखकर नियोजन रद्द करते हुए कार्यालय को सूचित करने का निर्देश दिया है। तो वही शिक्षिका राजकुमारी देवी से स्पष्टीकरण की मांग की गई है हालांकि राजकुमारी देवी के दस्तावेज भी फर्जी होने का संभावना जताई जा रही है।