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भारतके लिए खतरनाक साबित होंगे लियोन-रिकी पोंटिंग


मेलबर्न (एजेन्सियां)। आस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग का मानना है कि अनुभवी आफ स्पिनर नाथन लियोन क्रीज का इस्तेमाल करते हुए जिस तरह से कोण बनाकर गेंदबाजी कर रहे हैं उससे चार मैचों की टेस्ट शृंखला में वह भारत के खिलाफ काफी खतरनाक साबित होंगे। इस ३३ साल के गेंदबाज ने शृंखला की शुरूआती टेस्ट के पहले दिन भारत के खिलाफ २१ ओवर में ६८ रन देकर एक विकेट लिया। रिकी पोंटिंग ने कहा मुझे लगता है कि भारत के खिलाफ नाथन लियोन किसी अन्य स्पिनर की तरह ही सफल है। उन्होंने टेस्ट में किसी अन्य गेंदबाज की तुलना में विराट कोहली को अधिक बार आउट किया है। उन्होंने (पहली पारी में) चेतेश्वर पुजारा को काफी परेशान किया। उन्होंने कहा जब दांए हाथ के बल्लेबाज उनका सामना करते है तो उन्हें अधिक स्पिन प्राप्त हो रही है और नजदीकी क्षेत्ररक्षकों की मौजूदगी से लगता है कि वे (बल्लेबाज) हर गेंद पर आउट हो सकते है। आस्ट्रेलिया के सबसे सफल टेस्ट कप्तान पोटिंग ने कहा वह दबाव बनाते है और बहुत कम कमजोर गेंद फेंकते है। वह भारत के लिए बड़ा खतरा होंगे। टेस्ट में ९६ मैचों में ३९० विकेट लेने वाले इस गेंदबाज ने क्रीज के बाहरी छोर से गेंदबाजी करते हुए भारतीय बल्लेबाजों, खासकर पुजारा को परेशान किया। पोंटिंग ने कहा उनकी इस योजना से गेंद बल्ले के दोनों किनारों पर लग सकती है। इससे बल्ले और फिर पैड पर लगकर कैच होने का खतरा बना रहता है। अगर आपको अधिक उछाल मिलती है तो पुजारा की तरह लेग स्लिप पर भी कैच आउट कर सकते है। उधर आस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान माइकल क्लार्क ने एडिलेड टेस्ट के पहले दिन धीमी स्कोरिंग रेट के लिए भारतीय टीम पर निशाना साधते हुए कहा कि  एक बार जब कोहली वापस भारत लौट जायेंगे तो टीम इंडिया को काफी परेशानी आयेगी। भारत के लिए चेतेश्वर पुजारा ने १६० गेंद खेलकर ४३ रन बनाए। पहले दो सेशन में भारत की स्कोरिंग रेट दो रन प्रति ओवर के करीब रही। क्लार्क ने कहा कि अगर भारतीय टीम ने इस समस्या का समाधान नहीं किया तो उसे काफी परेशानी होगी। उन्होंने कहा कि विराट कोहली इकलौते बल्लेबाज रहे जो टेस्ट के पहले दिन रन बनाने का प्रयास करते नजर आ रहे थे। क्लार्क ने कहा विराट कोहली को छोड़ हर कोई सिर्फ गेंद को रोक रहा था। क्या आप अगले टेस्ट मैचों में विराट कोहली के बिना टीम की कल्पना कर सकते हैं? भारतीय टीम गहरे संकट में आने वाली है। ३९ वर्षीय क्लार्क का मानना है कि आस्ट्रेलिया में हमेशा ऐसे ही गेंदें रोककर बल्लेबाजी करना अच्छा विकल्प नहीं होता। कोई न कोई आपको जरूर आउट कर देगी। और बोर्ड पर बिना ज्यादा रन के जल्दी-जल्दी दो विकेट गिरना आपकी टीम को बैकफुट पर धकेल सकता है। क्लार्क ने कहा भारतीय टीम का ऐटिट्यूड ऐसा है कि नयी गेंद को आराम से खेलो। मैंने पहले भी कहा है कि आस्ट्रेलिया के खिलाफ आस्ट्रेलिया में एक न एक गेंद पर आपका नाम जरूर लिखा होगा। एक गेंद पर आपके बल्ले का किनारा लगेगा और आप आउट हो जायेंगे। अचानक आपके दो-तीन विकेट गिर जायेंगे और आपकी टीम पर दबाव आ जायेगा।