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भारत के हिस्से की मछली पकड़ने वाले देशों पर सरकार सख्त,


  • नई दिल्ली। चीन समेत कई विकसित देश भारत के हिस्से की भी मछली समंदर से पकड़ रहे हैं। ये विकसित देश मछली पालन पर अधिक सब्सिडी देते हैं जिससे विकासशील देशों का मछली पालन उद्योग प्रभावित हो रहा है। भारत ने विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) में विकसित देशों द्वारा दी जा रही अधिक सब्सिडी पर कड़ा एतराज जताया है। मछली पालन की सब्सिडी समझौता से जुड़ी वार्ता पर डब्ल्यूटीओ की तरफ से बुलाई गई बैठक में शुक्रवार को वाणिज्य व उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि भारत इस समझौते को जल्द अंतिम रूप देना चाहता है। उन्होंने बैठक में कहा कि मछली पालन पर कई देशों की अतार्किक सब्सिडी से भारत के मछली पालन उद्योग पर बुरा असर पड़ रहा है।

कई अन्य देशों द्वारा भारत के हिस्से की मछली पकड़ने से भी मछुआरों का जीवन-यापन प्रभावित हो रहा है। ब्रिटिश कोलंबिया यूनिवर्सिटी के रिसर्च के मुताबिक दुनिया के 10 प्रमुख देश अपने मछली पालन उद्योग को भारी सब्सिडी देते हैं और उन देशों के मछुआरे दूसरे विकासशील देशों की समुद्री सीमा में आकर मछली पकड़ते हैं। मछली पालन पर भारी सब्सिडी देने वालों में चीन, जापान, दक्षिण कोरिया, अमेरिका, रूस, स्पेन, ताइवान, नार्वे, थाइलैंड जैसे देश शामिल हैं। कोलंबिया यूनिवर्सिटी की रिसर्च रिपोर्ट के मुताबिक वर्ष 2018 में इन देशों ने मछली पालन उद्योग की सब्सिडी के मद में 15.3 अरब डालर यानी लगभग 1.10 लाख करोड़ रुपये खर्च किए।