पटना

मधेपुरा में संचालित अस्पताल में शिशु बेचे जाने का मामला उजागर


चौसा (मधेपुरा)(आससे)। चौसा थाना के सामने संचालित बाबा विशु राउत हॉस्पिटल में आज शुक्रवार को नवजात शिशु खरीद बिक्री मामले में अनुमंडल पदाधिकारी के नेतृत्व में चौसा पुलिस ने छापामारी कर हॉस्पिटल के डायरेक्टर डॉ आर के रवि एवं कंपाउंडर नवीन कुमार को गिरफ्तार कर लिया।

प्राप्त जानकारी के अनुसार डॉ रवि 2019 के अक्टूबर से ही चैसा थाना के निकट एक निजी अस्पताल का संचालन कर रहे थे। हालांकि ग्रामीण क्षेत्र होने की वजह से यहाँ बाबा विशु राउत अस्पताल रातों रात तरक्की करता रहा। कई बार अस्पताल प्रबंधन को आर्थिक शोषण को लेकर ग्रामीणों का आक्रोश भी झेलना पड़ा। बाबजूद इसके दलालों, आशा कार्यकर्ता एवं ममता कार्यकर्ता के रहमो करम पर हॉस्पिटल काफी फलता फूलता रहा।

बताते चलें कि चिकित्सक की फर्जी डिग्री को लेकर प्रशासन को बहुत पहले से भनक लगी थी, लेकिन कोई ठोस और पुख्ता सबूत के बिना न तो प्रशासन और न हीं पुलिस यह जहमत उठा रही थी।

मुख्य रूप से यह अस्पताल प्रसव, नवजात शिशु एवं सर्जरी चिकित्सा के लिये इस क्षेत्र में प्रसिद्ध था। आशा कार्यकर्ता, ममता कार्यकर्ता एवं दलालों की मिलीभगत से अनावश्यक सर्जरी भी चिकित्सक के द्वारा किया जाता था और रोगियों के परिजनों से जच्चा-बच्चा की जान खतरे में बताकर मोटी रकम वसूल कर दलालों को नजराना भी दिया जाता था। इतना ही नहीं निःसंतान दम्पत्ति भी सन्तान की आस लेकर अस्पताल प्रबंधक से सम्पर्क कर मन मुताबिक सन्तान भी पाते थे।

सूत्रों के अनुसार जिला पदाधिकारी एवं अनुमंडल पदाधिकारी को शिकायत मिली थी कि चौसा में अवैध रूप से संचालित बाबा बिशु राउत अस्पताल नवजात शिशु का खरीद बिक्री करता है। इसी शिकायत के मद्देनजर डी एम मधेपुरा के निर्देश पर एक टीम गठित कर एसडीएम कुमार राजीव रंजन सिन्हा ने अपनी खुफिया टीम को नवजात बच्चा खरीदने के लिए अस्पताल भेजा। डेढ़ लाख से बोली शुरू होकर 65 हजार रूपये में सौदा तय हुआ और रुपये लेते हुए एसडीएम राजीव रंजन सिन्हा ने निगरानी विभाग के अंदाज में आज चिकित्सक को दबोच लिया।

छापामारी टीम में बीडीओ रीना कुमारी, सीओ राकेश कुमार सिंह, सामुदायिक अस्पताल चौसा के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, डॉ ज्ञानरंजन कुमार, प्रभारी थानाध्यक्ष रणवीर कुमार, सहायक अवर निरीक्षक उमेश कुमार सिंह, प्रदीप कुमार सिंह, सी एच सी प्रबंधक अरुण कुमार राम, हिमांशु कुमार, कमांडो रवि कुमार, भाग्यश्री, ग्रामीण पुलिस मृत्युंजय कुमार, राजेश कुमार, श्यामदेव पासवान, धर्मेन्द्र कुमार, मंटू पासवान सहित दर्जनों पुलिसकर्मी एवं प्रशासनिक पदाधिकारी मौजूद थे।