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ममता बनर्जी से मिलने पर राकेश टिकैत बोले- क्या मैं अफगानिस्तान के राष्ट्रपति से मिला जो परमिशन लेता?


  • कोलकाता। भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ बैठक की। जिसके बाद टिकैत ने आज मीडिया को बताया कि, हम सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से मिलेंगे। टिकैत ने कहा, “मैं बंगाल में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मिला, तृणमूल कांग्रेस की पार्टी प्रमुख से नहीं। जो लोग इस मुलाकात पर सवाल उठा रहे हैं, वो जवाब दें कि क्या मैं अफगानिस्तान के राष्ट्रपति से मिला, जिसके लिए मुझे भारत सरकार की अनुमति चाहिए होगी? क्या मुख्यमंत्री से मिलने के लिए किसी वीजा की जरूरत होती है?”
“हम सभी राज्यों के मुख्यमंत्री से मिलेंगे”
राकेश टिकैत ने कहा कि, “मैंने कल पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री से बातचीत में ये कहा कि देश में विपक्ष कमजोर है। हम अब सड़कों पर बैठे हैं, अगर विपक्ष मजबूत होता तो हमें ऐसा करने की जरूरत नहीं होती। विपक्ष मजबूत होना चाहिए, इसके लिए साथ आने की जरूरत है। और अभी मैं पंजाब जाउूंगा, वहां कांग्रेस की सरकार है। उत्तराखंड में बीजेपी की सरकार है, वहां भी जाउूंगा। राज्य की नीतियों को लेकर मुझे सभी मुख्यमंत्रियों से मिलना है। जो प्रदेश भाजपा की सत्ता वाले हैं, वहां भी हम जाएंगे।”

ममता ने कहा- टिकैत जी हम साथ हैं

टिकैत ने ममता बनर्जी से मुलाकात के बारे में कहा, “मुझे उन्होंने आश्वासन दिया है कि वह किसान आंदोलन का समर्थन करना जारी रखेंगी।” हमने ममता जी को कहा कि, “किसान आंदोलन का समर्थन करने के आश्वासन के लिए हम आपका धन्यवाद करते हैं। हमने कहा कि, पश्चिम बंगाल को आदर्श राज्य के रूप में काम करना चाहिए और किसानों को अधिक लाभ दिया जाना चाहिए। देश में उद्योगों को नुकसान हो रहा है और दवाओं पर जीएसटी लगाया जा रहा है। कोरोना काल के भीषण दौर में पिछले 7 महीनों से केंद्र सरकार ने किसानों से बात करने की जहमत नहीं उठाई।”

6 महीने से चल रहा धरना-प्रदर्शन

केंद्र सरकार की ओर से बनाए तीनों कृषि कानून के विरोध में किसान संगठनों का धरना पिछले 6 महीने से चल रहा है। हालांकि, सरकार से कई दौर की बातचीत के बावजूद कोई हल नहीं निकला। अब किसान संगठन आंदोलन को फिर से मजबूती देने के लिए अपनी रणनीति बना रहे हैं। इसी क्रम में बंगाल चुनाव के दौरान किसान नेता राकेश टिकैत ममता बनर्जी के समर्थन में प्रचार करने पहुंचे थे। यहां तक की खुद ममता बनर्जी ने भी किसानों की मांग को लेकर केंद्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला था।