पटना

महावीर कैंसर संस्थान में हुआ पहला बोन मैरो ट्रांसप्लांट


गरीब मरीज को सीएम कोष से दी गयी इलाज में मदद

फुलवारीशरीफ। पटना के फुलवारीशरीफ स्थित महावीर कैंसर संस्थान में पहली बार एक मरीज का सफलतापूर्वक बोन मैरो ट्रांसप्लांट संपन्न हो गया। मरीज की आर्थिक स्थिति बोन मैरो ट्रांसप्लांट कराने के लायक नहीं थी जिस सीएम कोष से मदद दिलायी गयी।

दरअसल मुंगेर जिला के कल्याणपुर, बरियारपुर गांव के अर्जुन मंडल, 58 वर्ष, मल्टिपल माईलोमा (ब्लड कैंसर) से पीड़ित को महावीर कैंसर संस्थान में आने पर उसकी पूर्ण जाँच की गयी। जांच में मल्टीपल मायलोमा पूर्ण रूप से साबित हो गयी।

डा. अविनाश उपाध्याय, मेडिकल ऑन्कोलॉजी सह हेमैटोलॉजिस्ट ने डा. मनीषा सिंह, विभागाध्यक्ष से राय मशविरा कर, ऑटोलॉजी स्टेम सेल ट्रांसप्लांट करने का योजना बनाया गया। डा. मनीषा सिंह हमेशा प्रोत्साहित करती रही। डा. अविनाश, एम्स, नयी दिल्ली से डीएम (मेडिकल ऑन्कोलॉजी) एवं बोन मैरो ट्रांसप्लांट में गहन प्रशिक्षण प्राप्त किये हैं। पहले मरीज को 9 साइकिल किमोथिरेपी दिया गया जिसके बाद बीमारी पर नियंत्रण किया गया। उसके बाद डा. अविनाश एवं टीम ने मरीज एवं परिवार से बोन मैरो ट्रांसप्लांट के लिए सहमति लिये। मरीज को पैसे का अभाव था।

डा. एलबी सिंह, चिकित्सा अधीक्षक ने मुख्यमंत्री चिकित्सा राहत कोष से 4.5 लाख रुपये का व्यवस्था किये। उसके बाद बोन मैरो ट्रांसप्लांट की प्रक्रिया प्रारंभ की गयी। पहले स्टेम सेल को मोबिलाइजेशन किया गया और स्टेम सेल को जमा किया गया। उसके बाद मेल्पलन किमोथिरेपी करने के बाद स्टेम सेल को पुन: मरीज में ट्रांसप्लांट किया गया। मरीज को दो सप्ताह तक बोन मैरो यूनिट के आई.सी.यू. में रखा गया। मरीज की खून की जाँच अब सामान्य है एवं मरीज को आज अस्पताल से छुट्टी दी जा रही है।

यह एक कठिन प्रक्रिया होती है एवं कई उपकरणों की जरूरत होती है। मालूम हो कि महावीर कैंसर संस्थान को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा मुख्यमंत्री चिकित्सा राहत कोष बोन मैरो ट्रांसप्लांट यूनिट लगाने के लिए आर्थिक सहायता दी गई थी। गरीब मरीजों के लिए यह एक सुनहरा अवसर है। वे अब बिहार के बाहर नहीं जाकर महावीर कैंसर संस्थान में मुफ्त में बोन मैरो ट्रांस्प्लांट करवा सकते है। मुख्यमंत्री चिकित्सा राहत कोष से मिले पैसे से अगर ज्यादे होता है तो बांकी सभी खर्च महावीर कैंसर संस्थान एवं महावीर मंदिर द्वारा वहन किया जाएगा। यह निर्देश आचार्य किशोर कुणाल, सचिव, महावीर मंदिर न्यास समिति ने दिये।

यह तो पहला ट्रांसप्लांट कर प्रयोग किया गया जो कि पूर्ण रूप से सफल रहा। आगे बोन मैरो ट्रांसप्लांट यूनिट का विधिवत उद्घाटन फरवरी महीने में कोरोना कम होने पर किया जायेगे। मरीज अर्जुन मंडल ने पैसा की व्यवस्था करने के लिए संस्थान के अधीक्षक डा. एलबी सिंह को धन्यवाद दिया। बोन मैरो ट्रांसप्लांट के कार्य की सफलता पर आचार्य किशोर कुणाल, डा. बी. सन्याल, डा. मनीषा सिंह एवं संस्थान के सभी वरीय चिकित्सक ने डा. अविनाश उपाध्याय एवं उनके टीम को धन्यवाद दिये।