पटना

मुजफ्फरपुर: इस हफ्ते सभी पीएचसी में शुरू हो जाएगा एईएस नियंत्रण कक्ष


      • छह मार्च को आरबीएसके के वाहनों को प्रखंडो   के लिए किया जाएगा रवाना
      • 15  मार्च तक हर हालत में दवा व संसाधनों की उपलब्धता के आदेश

मुजफ्फरपुर। समाहरणालय के सभाकक्ष में बुधवार को एईएस समन्वय समिति की बैठक जिलाधिकारी प्रणव कुमार की अध्यक्षता में आहूत की गई। बैठक में विभिन्न कोषांगों द्वारा अभी तक किए गए कार्यों की समीक्षा की गई एवं आवश्यक निर्देश जिलाधिकारी के द्वारा दिया गया। प्रचार-प्रसार जागरूकता कोषांग के द्वारा अभी तक किए गए कार्यों एवं आने वाले दिनों में किए जानेवाले कार्यों के बारे में भी विस्तृत जानकारी प्राप्त की गई।

जिलाधिकारी प्रणव कुमार ने कहा कि पूरी तन्मयता एवं गंभीरता के साथ एईएस/ चमकी बुखार पर प्रभावी नियंत्रण के मद्देनजर कर्तव्यों का निर्वहन करें। किसी भी स्तर पर इसमें किसी भी तरह की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

बैठक में गैप एनालिसिस को लेकर विशेष समीक्षा की गई। निर्देश दिया गया कि 15 मार्च तक दवाओं के साथ अन्य संसाधनों की उपलब्धता हर हाल में सुनिश्चित कर ली जाए। स्वास्थ्य विभाग के द्वारा बताया गया कि इस संबंध में गंभीरता पूर्वक कार्य किया जा रहा है। बताया गया कि 59 तरह की दवाएं होंगी।

प्रथम चरण में 8 लाख हैंडव्हील का वितरण 20 मार्च से 25 मार्च के बीच किया जाएगा। हैंडव्हील वितरण का अनिवार्य रूप से सतत अनुश्रवण करने का निर्देश भी दिया गया। इसमें आंगनवाड़ी सेविका/ सहायिका एवं आशा प्रत्येक घरों में हैंडविल का वितरण करेंगी तथा उसे पढ़कर भी उन्हें सुनाना होगा। साथ ही इस कार्य का सेल्फी लेकर वरीय पदाधिकारियों को भेजने का निर्देश दिया गया।

सभी स्वयं सहायता समूह में भी हैंडविल को पढ़ा जाएगा। जीविका के द्वारा भी लगातार प्रचार-प्रसार करने का निर्देश दिया गया। डीपीएम जीविका के द्वारा बताया गया कि एईएस/ चमकी बुखार को लेकर  सघन जागरूकता की जाएगी। प्रारंभिक स्तर पर यह कार्य  शुरू भी हो चुका है।

निर्देश दिया गया कि दो से तीन दिन के अंदर सभी पीएचसी में नियंत्रण कक्ष प्रारंभ कर दी जाए।  385 पंचायतों को अधिकारियों व कर्मियों के साथ टैगिंग का कार्य शुरू कर दिया गया है। 2 से 3 दिनों में यह कार्य संपन्न हो जाएगा।

शीघ्र ही दीवाल लेखन का कार्य शुरू करने का भी निर्देश दिया गया है। प्रखंड के वरीय प्रभारी पदाधिकारियों को भी निर्देश दिया गया है कि आईसीडीएस तथा अन्य विभाग द्वारा किए जा रहे जागरूकता कार्यक्रमों तथा अन्य कार्यो का सतत निरीक्षण करना सुनिश्चित करेंगे।

6 मार्च को आरबीएसके के वाहनों को प्रत्येक प्रखंडों के लिए रवानगी की जाएगी। स्कूलों में प्रतिदिन चेतना सत्र में बच्चों को जागरूक करने का निर्देश दे दिया गया है जो कि जल्द ही शुरू हो जाएगा।  सभी मेडिकल ऑफिसर का प्रशिक्षण एसकेएमसीएच में हो चुका है। 10 मार्च से अन्य स्टेकहोल्डर का प्रशिक्षण की शुरुआत की जा रही है।

बैठक में इसके अतिरिक्त क्षमता वर्धन एवं प्रशिक्षण कोषांग,चिकित्सकीय संसाधन प्रबंधन कोषांग, एंबुलेंस सेवा एवं त्वरित परिवहन कोषांग, नियंत्रण कक्ष एवं क्यूआरटी कोषांग, अनुश्रवण एवं मूल्यांकन कोषांग की भी समीक्षा की गई एवं आवश्यक निर्देश जिलाधिकारी के द्वारा दिया गया।

बैठक में उप विकास आयुक्त डॉ सुनील कुमार झा, अपर समाहर्ता राजेश कुमार ,अपर समाहर्ता आपदा प्रबंधन डॉ अजय कुमार सहित जिला स्तरीय सभी अधिकारियों के साथ, सिविल सर्जन मुजफ्फरपुर सहित स्वास्थ्य विभाग के सभी वरीय पदाधिकारी एवं सभी पीएचसी के चिकित्सा अधिकारी के साथ केयर, यूनिसेफ एवं डब्ल्यूएचओ के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे।