पटना

मुजफ्फरपुर: एईएस के खिलाफ जिला प्रशासन ने शुरू किया जागरूकता अभियान


नुक्कड़ नाटक की टीमों को झंडी दिखाकर किया रवाना 

मुजफ्फरपुर। एईएस/चमकी बुखार पर प्रभावी नियंत्रण के मद्देनजर जिलाधिकारी मुजफ्फरपुर प्रणव कुमार एवं उप विकास आयुक्त डॉ०सुनील कुमार झा के द्वारा नुक्कड़ नाटक की टीमों को हरी झंडी दिखाकर प्रखंडों में रवानगी की गई। नुक्कड़ नाटक के माध्यम से सघन जागरूकता कार्यक्रम का आगाज आज जिला जनसंपर्क कार्यालय मुजफ्फरपुर के द्वारा किया गया। इस कार्य में कला जत्था टीम मुशहरी, कला जत्था टीम मीनापुर, कला कुंज वैशाली,विरासत वैशाली, सुरभि कला केंद्र वैशाली, आदर्श सेवा चेतना संघ वैशाली की टीमों द्वारा नुक्कड़ नाटक के माध्यम से जागरूकता कार्यक्रम कराया जा रहा है।

उक्त कार्यक्रम जिले के सर्वाधिक प्रभावित पांच प्रखंडों यथा- मुशहरी, काटी, मीनापुर,,बोचहां और मोतीपुर के दलित/ महादलित बस्तियों में कराया जा रहा है जहां विगत वर्षों में एईएस/ चमकी का अधिक प्रकोप देखा गया है। प्रथम चरण में उक्त पांच प्रखंडों के 180 टोलों में नुक्कड़ नाटक के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जाएगा।

मौके पर उपस्थित जिला अधिकारी प्रणव कुमार ने कहा कि विगत कुछ वर्षों से मुजफ्फरपुर और उसके आसपास के जिले एईएस/ चमकी बुखार से प्रभावित होते रहे हैं।इस पर प्रभावी नियंत्रण के मद्देनजर विस्तृत कार्य योजना बनाई गई है। उक्त योजना के आलोक में गठित विभिन्न समितियां अपने- अपने कर्तव्यों का निर्वहन प्रभावी तरीके से करेंगी। प्रचार- प्रसार उप समिति के द्वारा नुक्कड़ नाटक के माध्यम से एईएस/ चमकी बुखार को लेकर सघन जागरूकता कार्यक्रम का आगाज जिला जनसंपर्क कार्यालय के द्वारा किया गया है।

उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में नुक्कड़ नाटक ,पोस्टर, पंपलेट, बैनर, हैंडविल, प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया,रेडियो एफएम इत्यादि के माध्यम से गांव और टोला स्तर पर जागरूकता का अलख जगाया जाएगा।उन्होंने कहा कि विभिन्न विभागों के परस्पर समन्वय से हम उम्मीद करते हैं कि गत वर्ष की भांति इस वर्ष भी हम एईएसपर प्रभावी नियंत्रण करने में सक्षम हो सकेंगे।

एईएस/चमकी बुखार पर प्रभावी नियंत्रण के मद्देनजर  गठित विभिन्न समितियों द्वारा अपने कर्तव्यों का निर्वहन किया जाएगा। प्रचार-प्रसार व जन जागरूकता समिति, क्षमता वर्धन और प्रशिक्षण समिति, चिकित्सीय संसाधन प्रबंधन समिति,एम्बुलेंस सेवा एवं क्विक रिस्पॉस समिति, कंट्रोल रूम और क्यूआरटी समिति तथा अनुश्रवण और मूल्यांकन समिति अपने अपने जिम्मेदारियों को प्रभावी तरीके से निभाएंगी। इसके अतिरिक्त जीविका और आईसीडीएस के माध्यम से भी सघन जागरूकता कार्यक्रम चलाया जाएगा।

अडॉप्ट-अ-विलेज कार्यक्रम के तहत जिलाधिकारी सहित जिले के सभी पदाधिकारियों/कर्मियों द्वारा 385 पंचायतों को गोद लिया जाएगा। गोद लिए हुए पंचायतों में सभी पदाधिकारी और कर्मी सप्ताह में एक दिन विजिट करेंगे। वहां संध्या चौपाल लगाएंगे तथा आशा, आंगनवाड़ी सेविका/सहायिका के माध्यम से डोर टू डोर विजिट करेंगे। सभी घरों में पोस्टर प्रोवाइड कराया जाएगा तथा महत्वपूर्ण सार्वजनिक भवनों पर दीवार लेखन भी सघन रूप से किया जाएगा।