कोरोना संक्रमण के भय से ग्रामीण चिकित्सक से ही करा रहे उपचार
औराई (मुजफ्फरपुर)(आससे)। औराई एवं कटरा प्रखंड के चालीस प्रतिशत से अधिक की आबादी बुखार एवं सर्दी-खांसी की चपेट में हैं। कोरोना महामारी के भय से ये आबादी ग्रामीण प्रैक्टिशनर से अपना इलाज करवाने को मजबूर हैं। इक्का-दुक्का प्रतिशत लोग ही स्वास्थ्य केंद्र में पहुंच पाते हैं। गांव में इतनी बड़ी आबादी सर्दी-खांसी से परेशान होने के बावजूद सरकारी स्तर पर कोई भी स्वास्थ्य सुविधा गांव में नहीं है। जो भी लोग सर्दी-खांसी से बीमार हैं। उनकी जांच भी गांव में होना असंभव है।
स्वास्थ्य महकमा ने हाथ खड़ा कर दिया कि गांव में जाकर इतनी बड़ी आबादी को एंटीजन कीट से जांच कैसे करायी जाए। लोगों ने अपने आप को कोरोना के भय के कारण होम आइसोलेशन में रख लिया। जो बुद्धिजीवी लोग हैं किसी तरह स्वास्थ्य केंद्र पर पहुंचकर कोरोना का जांच करवाते हैं। गांव में रहने वाले बहुत बड़ी आबादी जो पढ़े लिखे नहीं है, कोरोना को मानने को तैयार नहीं है यहां तक की 45 वर्ष से ऊपर होने के बावजूद, अब तक लोग कोरोना वैक्सीनेशन से वंचित है। परिणाम स्वरूप औराई एवं कटरा में प्रखंड में अब तक 25 हजार आबादी को ही कोरोना वैक्सीन मिल पाया है।
गांवों में सबसे बड़ी समस्या है कि प्रशासन के तरफ से कोरोना की सुरक्षा हेतु माइकिंग कार्य नहीं किया जा रहा है, जब की जरूरत है कोरोना से सुरक्षा के लिए प्रत्येक दिन गांव गांव में जाकर प्रखंड प्रशासन द्वारा कोरोना से सुरक्षा का उपाय बताना जरुरी है। लेकिन दोनों प्रखंड में प्रशासन असफल साबित हो चुके हैं। गांव की बड़ी आबादी को प्रखंड प्रशासन द्वारा भगवान भरोसे छोड़ दिया गया है। दोनों प्रखंड में दस प्रतिशत पंचायती राज के प्रतिनिधि होम आइसोलेशन में हैं।
कोरोना कोरोना के कारण प्रखंड क्षेत्र में स्थिति दिनों दिन बिगड़ती ही जा रही है। दोनों प्रखंड क्षेत्र में अब तक एक दर्जन से ज्यादा मौतें हो चुकी है। समाजसेवी अमरेंद्र कुमार सिंह ने जिला प्रशासन से मांग किया है कि कोरोना से सुरक्षा एवं दवा, मास्क का वितरण प्रत्येक गांव में करवाया जाए। साथ ही प्रत्येक गांव में एटिजन किट से जांच कराते हुए होम आइसोलेशन की सलाह दिया जाए। प्रशासन द्वारा माईकिंग सेवा अत्यंत आवश्यक है। जिससे लोगों को कोरोना महामारी से सुरक्षा मिल सकता है।
प्रखंड चिकित्सा पदाधिकारी डॉ राजेश कुमार एवं कटरा प्रखंड चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर गोपाल कृष्ण लोगों से बताया है कि चिकित्सीय परामर्श के लिए मोबाइल से संपर्क कर सकते हैं। साथ ही सर्दी-खांसी या बीमार पड़ने पर स्वास्थ्य केंद्र से दवा ले जा सकते हैं। कोरोना एक महामारी का रूप ले चुका है। इसलिए घर से बाहर नहीं निकले। घर में ही रह कर दवा का सेवन करें, साथ ही गर्म पानी, काढ़ा एवं हल्दी दूध का उपयोग करते रहें। कोरोना के कारण हर महकमा भयभीत है। स्वास्थ्य केंद्र या प्रखंड मुख्यालय अन्य कार्यालयों में कई लोग कोरोना के कारण संक्रमित हैं। इसलिए घर में रहें सुरक्षित रहें।