पटना

मैट्रिक परीक्षा दूसरा दिन: 40 निष्कासित, 9 फर्जी परीक्षार्थी गिरफ्तार


(आज शिक्षा प्रतिनिधि)

पटना। राज्य में मैट्रिक की परीक्षा के दूसरे दिन गुरुवार को नकल विरोधी  कानून के तहत 40 नकलची परीक्षार्थी निष्कासित किये गये। इसके साथ ही सात जिलों में दूसरे के बदले परीक्षा देते नौ फर्जी परीक्षार्थी गिरफ्तार हुए हैं।

बिहार विद्यालय परीक्षा समिति को  जिलों से मिली रिपोर्ट के मुताबिक मुंगेर एवं सुपौल जिले में दो फर्जी परीक्षार्थी दूसरे के बदले परीक्षा देते हुए पकड़े जाने के बाद गिरफ्तार किये गये। पटना, खगडिय़ा, मधेपुरा, दरभंगा एवं नवादा  जिलों में भी दूसरे के बदले परीक्षा देते एक-एक फर्जी परीक्षार्थी गिरफतार हुए हैं।

इसी प्रकार नकल के जुर्म में सर्वाधिक आठ परीक्षार्थी सारण जिले से निष्कासित हुए हैं। भोजपुर से सात नकलचियों के परीक्षा से निष्कासन की खबर है। रोहतास से पांच परीक्षार्थियों को परीक्षा से निष्कासित किया गया है। मुंगेर, गया, अरवल एवं सीवान से दो-दो नकलची परीक्षार्थी परीक्षा से निष्कासित हुए हैं। पटना, जमुई, लखीसराय, बेगूसराय, सहरसा, सुपौल, मधेपुरा, सीतामढ़ी, पूर्वी चंपारण, दरभंगा, समस्तीपुर एवं औरंगाबाद से एक-एक नकलची परीक्षार्थी के परीक्षा से निष्कासन की खबर है।

दूसरे दिन गणित की परीक्षा हुई। पहली पाली की परीक्षा के लिए आठ लाख 46 हजार 969 परीक्षार्थियों द्वारा परीक्षा फॉर्म भरे गये थे, जिनमें चार लाख 22 हजार 662 छात्राएं एवं चार लाख 24 हजार 308 छात्र हैं। दूसरी पाली की परीक्षा के लिए आठ लाख 37 हजार 497 परीक्षार्थियों द्वारा परीक्षा फॉर्म भरे गये थे, जिनमें चार लाख 15 हजार 142 छात्राएं एवं चार लाख 22 हजार 355 छात्र हैं।

नेत्रहीन परीक्षार्थियों के लिए गणित के बदले गृहविज्ञान की परीक्षा हुई। नेत्रहीन परीक्षार्थियों को परीक्षा के लिए निर्धारित समय में प्रति घंटा 20 मिनट अतिरिक्त समय दिये जाने का प्रावधान है।

राजधानी पटना सहित राज्य के सभी 1525 परीक्षा केंद्रों पर स्वच्छ एवं कदाचारमुक्त माहौल में परीक्षा हुई। कहीं से किसी प्रकार की अप्रिय घटना की खबर नहीं है।