लखनऊ (आससे.)। उत्तर प्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायतों का कार्यकाल समाप्त होने के बाद निर्वाचन आयोग के निर्देश पर पुन : चुनाव की तैयारी शुरू कर दी गई है। चुनाव अगले वर्ष मार्चमें होनेकी संभावना है। कुशीनगरके जिलाधिकारी के निर्देश पर प्रत्येक तहसील क्षेत्र में पांच सदस्यीय कमेटी गठित की गई है जो प्रत्येक गांव के संवेदनशील तथा अति संवेदनशील बूथों की तलाश करेगी। मतदान केंद्रों और मतदेय स्थलों की सूची तैयार करने के लिए इन टीमों का दायित्व भी है। अधिकृत सूत्रों ने शुक्रवार को बताया कि ग्राम प्रधानों का कार्यकाल आज से समाप्त हो गया है जिसके बाद अगले महीने बीडीसी एवं जिला पंचायत सदस्यों का कार्यकाल समाप्त हो रहा है। वर्ष-2021 में पुन: त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव कराने के उद्देश्य से राज्य निर्वाचन आयोग की तरफ से तैयारी की जा रही है। यह चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के लिए राज्य निर्वाचन आयोग के निर्देश प्रत्येक तहसील क्षेत्र में एक-एक ऐसी कमेटियां गठित की गई हैं जो संवेदनशील और अति संवेदनशील बूथों की तलाश करेंगी। बता दें कि कमेटियों को मतदान केंद्रों और मतदेय स्थलों की सूची भी उपलब्ध करानी होगी। इन्हें यह कार्य 31 दिसंबर तक पूर्ण कर लेना है ताकि समय रहते सभी गांवों में निर्वाचन संबंधित तैयारी पूरी की जा सके। इस कमेटी में संबंधित एसडीएम अध्यक्ष, सीओ उपाध्यक्ष, तहसीलदार व एसओ सदस्य तथा संबंधित बीडीओ सदस्य व सचिव का दायित्व संभालेंगे। यह कमेटी अपनी बूथों का ब्यौरा जिला निर्वाचन अधिकारी (डीएम) को सौंपेगी। सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी श्याम नारायण प्रसाद ने बताया कि राज्य निर्वाचन आयोग एवं जिला निर्वाचन अधिकारी के निर्देश पर तहसीलवार कमेटियां गठित हो गई हैं। इन्हें संवेदनशील व अति संवेदनशील बूथों की तलाश करनी है। इसके साथ-साथ मतदान केंद्र व मतदेय स्थलों की सूची भी तैयार करके देनी है। यह कार्य पूर्ण कर 31 दिसंबर तक डीएम कार्यालय में उपलब्ध करा देना है। इसके अलावा सभी बीडीओ को ब्लॉकवार मतगणनास्थलों का चयन कर उनकी सूची उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है।