पटना

राजगीर के साइक्लोपियन वॉल को वर्ल्ड हेरिटेज में शामिल करने का चल रहा प्रयास: मुख्यमंत्री


नीतीश कुमार ने कहा आने वाले दिनों में राजगीर बनेगा म्यूनिसिपल कॉरपोरेशन

बिहारशरीफ। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बुधवार को राजगीर जू सफारी के उद्घाटन के पश्चात मीडिया से बात करते हुए अपनी पुरानी यादों को ताजा किया। वे फ्लैशबैक में 2009 में पहुंचे और उन्होंने बताया कि किस तरह उन्होंने तब राजगीर में रूक कर राजगीर और आसपास के क्षेत्रों के विकास का ताना-बाना बुना था। उन्होंने कहा कि मैं 25 दिसंबर 2009 को राजगीर पहुंचा और पूरा दिसंबर वहीं रूका और इस सात दिनों में राजगीर, नालंदा, पावापुरी सहित आसपास के जिलों के महत्वपूर्ण स्थलों को देखा और फिर तब से इसके विकास में लगा रहा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सबसे पहले राजगीर में कन्वेंशन सेंटर बनवाया तब वह अत्याधुनिकतम था। कई प्रमुख संगठनों ने बैठक की। पार्लियामेंट के लोगों ने भी यहां बैठक की। फिर पांडु पोखर का निर्माण किया गया। उन्होंने बताया कि तब हीं मैं घोड़ाकटोरा गया और वहां ईको-टूरिज्म डेवलप किया। भगवान बुद्ध का विशालकाय प्रतिमा लगवाया। पार्क का निर्माण किया। उसी समय मैंने सोचा था कि भगवान बुद्ध जहां निवास करते थे उस वेणुवन का विस्तार होना चाहिए और आज वेणुवन विस्तारित हो गया। इसी क्रम में राजगीर के पहाड़ और जंगलों को घूमा था जहां नेचर सफारी और जू सफारी का निर्माण कराया। विश्व शांति स्तूप का 50 वर्ष पूरा हो गया तब से वहां सिंगल सीटर रोपवे था, जिसके पैरेलल केबिन रोपवे का निर्माण कराया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि अध्ययन में यह बात सामने आयी है कि विश्व में एक ही देश में साइक्लोपियन वॉल है और वह साइक्लोपियन वॉल राजगीर में है। इसका निर्माण राजगीर के पंच पहाड़ियों की सुरक्षा के लिए किया गया था। यह अलग बात है कि धीरे-धीरे यह समाप्त होता गया। फिर भी अभी भी साइक्लोपियन वॉल है, जिसे विश्व धरोहर में शामिल करने के लिए पहल चल रही है और अब प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय के भग्नावशेष के बाद इस साइक्लोपियन वॉल को वर्ल्ड हेरिटेज में शामिल कराना है। इसके लिए केंद्र से अनुरोध किया गया है और पहल चल रही है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस ट्रेनिंग कॉलेज, नालंदा यूनिवर्सिटी जैसे संस्थान शुरू हो चुका है। अब फिल्मसिटी, स्पोर्ट्स एकेडमी, खेल विश्वविद्यालय, आईटी सिटी जैसे संस्थान जल्द हीं शुरू होने वाला है। इसके साथ हीं राजगीर में रहने वालों की तादाद बढ़ेगी। घरों की संख्या बढ़ेगी, आबादी बढ़ेगी और विकास होगा। इसके साथ हीं राजगीर को कॉरपोरेशन बनाया जायेगा।