रूपौली (पूर्णिया)(आससे)। प्रखंड कार्यालय परिसर स्थित लोहिया भवन में डीडीसी पूर्णियाँ ने आवास योजना प्रगति की समीक्षात्मक बैठक प्रखंड विकास पदाधिकारी, आवास पर्यवेक्षक और आवास सहायकों के साथ की। प्रधानमंत्री आवास योजना अन्तर्गत आवास निर्माण कार्य में खराब प्रदर्शन के मद्देनजर आवास सहायकों की जमकर खिंचाई की गई। वहीं दो पंचायतों में से मतैली खेमचंद और कोयली सिमड़ा पश्चिम के आवास सहायक से खराब प्रदर्शन को लेकर स्पष्टीकरण पृच्छा मांगी गई है।
पूर्णिया जिला में सर्वाधिक लंबित आवास निर्माण रूपौली प्रखंड में है उक्त बातें पूर्णियाँ डी.डी.सी. मनोज कुमार ने समीक्षा के उपरांत कही। उन्होने ने बताया कि जिला में सर्वाधिक लंबित आवास रूपौली में ही हैं। आज कि तारीख में 1700 आवास लम्बित है। जिसका पंचायत वार समीक्षा की गई है। अभी तक जिन लाभुकों के द्वारा आवास निर्माण कार्य नहीं किया गया है उनके विरुद्ध उजला, लाल नोटिस किया गया है।
वहीं नीलाम पत्र वाद की कार्यवाही 645 लाभुकों पर दायर हुआ है। प्रत्येक पंचायतों में पांच-पांच लाभुकों पर वारंट जारी करने का निर्देश अंचलाधिकारी को दे दिया गया है। ताकि वैसे लाभुक जो आवास योजना के तहत रुपया लेकर निर्माण कार्य नहीं कर रहे हैं उनकी गिरफ्तारी अविलंब की जा सके। जिन लाभुकों के पास भूमि उपब्ध नहीं है इस संदर्भ में अंचलाधिकारी और प्रखंड विकास पदाधिकारी सरकार के प्रपत्र के अनुसार उसका अविलंब चयन कर जमीन उपलब्ध कराते हुए उसे लाभान्वित करने का निर्देश दे दिया गया है।
वहीं उन्होंने बताया कि मुख्य बिंदु आवास प्लस में रजिस्ट्रेशन होना हैं। आवास प्लस में 848 यहां का लक्ष्य है। जिसमें की निरीक्षण के समय तक 366 लाभुकों का निरीक्षण हुआ है। सर्वर का भी इशु था जो सॉल्व हो गया है। कल तक उसको पूरा करना है इसी की समीक्षा की गई। मतेली खेमचंद और कोयली सिमरा पश्चिम के आवास सहायक से डी.डी.सी. ने स्पष्टीकरण किया है। उन्होंने बताया कि इन दोनों आवास सहायकों की प्रगति रीपोर्ट खराब है। अगर उनका स्पष्टीकरण और कार्यकलाप संतोषप्रद नहीं होता है तो दोनों को चयन मुक्त कर दिया जाएगा।